वुहान में 20 जनवरी को कोरोना वायरस पूरी तरह आउटब्रेक हुआ। इसके तीन दिन बाद ही चीन की सरकार ने सभी शहरों को लॉकडाउन कर दिया था। फिर संक्रमण के फैलने पर काबू कर 14 मार्च को वुहान के अलावा सभी शहरों को पूरी तरह खोल दिया।
पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है। हर देश इससे बचने और इसके फैलने की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के तरीके ढूंढ रहा है।
इस बीच जहां से ये वायरस फैलना शुरू हुआ उस चीन में जिंदगी संक्रमण से उबरकर फिर पटरी पर लौट रही है। कोरोना वायरस से निपटने को चीन ने एक के बाद एक अस्थायी अस्पताल बनाए। इससे पहले वुहान समेत पूरे हुबेई प्रांत को लॉकडाउन करने की घोषणा कर लोगों के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी।
चीन में पिछले कई दिन से एक भी नया मामला सामने नहीं आया। सोमवार को भी किसी स्थानीय व्यक्ति के पॉजिटिव पाए जाने का मामला सामने नहीं आया।
हालांकि, इस बीच विदेश से आए 39 लोगों में संक्रमण पाया गया। इसलिए चीन की सरकार ने लोगों को काम पर लौटने की छूट दे दी। खुद राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान शहर का दौरा किया।
वुहान में 20 जनवरी को कोरोना वायरस पूरी तरह आउटब्रेक हुआ। इसके तीन दिन बाद ही चीन की सरकार ने सभी शहरों को लॉकडाउन कर दिया था। फिर संक्रमण के फैलने पर काबू कर 14 मार्च को वुहान के अलावा सभी शहरों को पूरी तरह खोल दिया।
अब जानकारी मिल रही है कि 1 अप्रैल से वुहान शहर को भी खोल दिया जाएगा। चीन ने हालात सामान्य होने के बाद यातायात व्यवस्था बहाल कर दी है।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन में 1,119 एक्सप्रेस-वे बंद कर दिए गए थे। इन सभी एक्सप्रेस-वे को 21 मार्च को खोलकर यातायात सामान्य कर दिया गया है।
संक्रमण के दौरान चीन ने बंद की गईं 549 राष्ट्रीय, प्रांतीय, काउंटी और टाउनशिप सड़कों को फिर खोल दिया है। साथ ही लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अलग किए गए 12,028 राजमार्ग को भी क्लीयर कर दिया गया है।
वहीं, कोरोना संदिग्धों के लिए बनाए गए 11,198 स्टेशनों को भी हटा दिया गया है। रेल परिवहन शुरू करने वाले 41 में से 36 शहर बीजिंग, शंघाई, ग्वांगझू और शेनजेन के हैं। इन्हें पूरी तरह संचालित कर दिया गया है।
इस बीच मंगलवार को भारत में संक्रमितों की संख्या 500 को पार कर गई है। तीन नए मामलों के साथ मंगलवार को भारत में संक्रमितों की संख्या 511 हो गई है।
प्रवासी कर्मचारियों को वापस लाने के लिए परिवहन सुविधा दी जा रही है, ताकि प्रवासी श्रमिकों के काम के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित वापसी सुनिश्चित हो सके।
परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी कैटुआनजी ने कहा कि सिचुआन, झेजियांग, शेडोंग और फुजियान सहित देश भर में कुल 27 प्रांतों ने वन-स्टॉप डायरेक्ट चार्टर सेवा लागू कर दी है।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि काम पर लौटने वाले प्रवासी कामगारों की संख्या 8 करोड से ज्यादा हो गई है।
वसंत महोत्सव के मौके पर अपने घरों को गए प्रवासी मजदूर अब वापस आ रहे हैं। ऐसे मजदूरों की संख्या 60 प्रतिशत से ज्यादा है। चीन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग ग्रुप के कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं।