बीजिंग – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच वार्ता समाप्त हो चुकी है। इससे पहले चिनफिंग ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए शियांसी गेस्ट हाउस में पीएम मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा सम्मान भारत का सम्मान है। भव्य स्वागत के लिए चीन सरकार का शुक्रिया। उन्होंने बातचीत में टोराकोटा मेमोरियल की यात्रा का जिक्र किया। वार्ता के बाद दोनों देशाें के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। मोदी इसके बाद पुराने बौद्ध मठों में से एक गूज पैगोडा देखने पहुंचे। इसके बाद वे साउथ सिटी वॉल देखने जाएंगे।
इस बीच, विदेश सचिव एस. जयशंकर ने बताया कि दोनों शीर्ष नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर बात हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों को आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। निवेश और व्यापार में भी भारत और चीन साथ मिलकर तरक्की कर सकते हैं। मोदी और जिनपिंग के बीच आतंकवाद और नेपाल में त्रासदी पर भी बात हुई।
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार तड़के करीब 4 बजे चीन के शियान पहुंच गए। शियान एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ। शियान पहुंचने पर पीएम नरेंद्र मोदी का पारंपरिक रीति-रिवाज से स्वागत किया गया। उनके सम्मान में कलाकारों ने नृत्य-संगीत पेश करके वहां मौजूद हर किसी का मन मोह लिया।
पीएम मोदी सबसे पहले टेराकोटा मेमोरियल गए। यह एक वॉर मेमोरियल है जहां करीब 8 हजार से ज्यादा प्राचीन चीनी सैनिकों की मिट्टी की मूर्तियां लगी हुई हैं। इन मूर्तियों को 2225 वर्ष पहले चीन के पहले शासक किन शी हाॅन्ग ने बनवाया था। इसे सात सात लाख मजदूरों ने मिलकर तैयार किया था। 29 मार्च 1974 को इसकी खोज तब हुई जब एक किसान पानी के लिए खुदाई कर रहा था।
इसके बाद डाजिंगशान मंदिर में मोदी ने पूजा की और बाहर निकलकर लोगों से मुलाकात की। बौद्ध मंदिर के बाहर लोगों का हुजूम खड़ा था। मोदी ने भी हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री के तौर पर चीन की अपनी पहली यात्रा पर मोदी शिखर सम्मेलन के लिए सामान्य प्रोटोकॉल से हटकर एक असाधारण कदम के तहत राष्ट्रपति शी चिनफिंग के गृह शहर, प्राचीन नगरी शियान पहुंचे। पिछले साल सितंबर में भारत दौरे के दौरान मोदी ने भी चीनी नेता का अहमदाबाद में स्वागत किया था।
वाइल्ड गूज पैगोडा की स्थापना बौद्ध धर्म को लोकप्रिय बनाने में बौद्ध भिक्षु ह्वेन शांग के योगदान के प्रतीक के रूप में छठी शताब्दी में की गई थी। दोनों नेताओं के भोज से पहले पारंपरिक चीनी शाही तांग राजवंश मोदी का स्वागत करेगा।
भारतीय समयानुसार शाम 4 बजे चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग पीएम नरेंद्र मोदी के लिए डिनर का आयोजन करेंगे। डिनर के बाद वो चीन की राजधानी बीजिंग के लिए रवाना हो जाएंगे।
मोदी सरकार चीन के साथ द्विपक्षीय रिश्ते को कितना अहमियत दे रही है यह इस तथ्य से पता चलता है कि जुलाई, 2014 के बाद मोदी व चिनफिंग तीसरी बार द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। मोदी चीन के अलावा मंगोलिया और दक्षिण कोरिया की यात्रा पर भी जाएंगे। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक मोदी और चिनफिंग व्यक्तिगत स्तर पर एक केमिस्ट्री बनाने की कोशिश कर रहे हैं।