बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में एडीजी इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। इस मामले में लापरवाही बरतने पर शुक्रवार की देर शाम स्याना सर्किल के सीओ सत्य प्रकाश शर्मा और चौकी इंचार्ज चिंगरावठी सुरेश कुमार को हटा दिया गया है। बता दें कि 4 दिसंबर को इस घटना की जांच एसआईटी को सौंप दी गई थी, जिसके बाद यह बात सामने आई थी कि पुलिस वाले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अकेला छोड़कर भाग गए थे। जिसके बाद ऐसे कार्रवाई होना तय माना जा रहा था।
आईजी क्राइम लखनऊ एसके भगत ने बताया कि, वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान करके आज 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अबतक पुलिस 9 लोग को गिरफ्तार कर चुके हैं। एफआईआऱ में एक सैनिक का नाम भी है। हिंसा के आरोपी एक सैन्यकर्मी की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीम को जम्मू-कश्मीर भेजा गया है। जिस सैन्यकर्मी के लिए टीम को जम्मू रवाना किया गया है, हिंसा की घटना में उसकी भूमिका जल्द की एसआईटी के द्वारा स्पष्ट की जाएगी।
अबतक पुलिस ने सामने आई वीडियो फुटेज के आधार पर 22 और आरोपियों की शिनाख्त की है। इसके बाद बवाल के मामले में अभी तक 49 आरोपियों की शिनाख्त हो चुकी है और उनकी गिरफ्तारी के लिए 15 टीमें जुटी हैं। इस मामले में एसआई सुभाष चन्द ने स्याना कोतवाली में बजरंग दल के जिला संयोजक मुख्य आरोपी योगेश राज सहित 27 लोगों को नामजद और 50-60 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस इस मुकदमे में 4 अभियुक्तों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले फौजी जीतू को नोएडा एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया। जीतू को कश्मीर से एसटीएफ और पुलिस की टीम लेकर बुलंदशहर आ रही है, वह वहां पर कारगिल में तैनात है। बवाल के अगले ही दिन जाकर उसने ड्यूटी ज्वाइन की थी। शुक्रवार को टीम जम्मू से हवाई जहाज से फौजी को दिल्ली लाई।