मंत्रालय में आयोजित एक स्कूली शिक्षा की समीक्षा बैठक में अजीत पवार ने कहा, ‘आज दिल्ली के स्कूलों का शिक्षा मॉडल देश में सबसे अच्छा माना जाता है। दिल्ली मॉडल के तहत शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन की आवश्यकता है और इसे महाराष्ट्र में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए दोहराया जाना चाहिए।’
नई दिल्ली : महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के स्कूलों में दिल्ली के शिक्षा मॉडल को अपनाने का फैसला किया है। महाराष्ट्र सरकार ने नगर निगमों के तहत शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूल मॉडल को अपनाने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा लिए गए एक निर्णय के अनुसार, मुंबई, पुणे, नागपुर, पिंपरी-चिंचवाड़ और नवी मुंबई जैसे शहरों में सभी नगर निगम संचालित स्कूल दिल्ली के शिक्षा मॉडल का पालन करेंगे। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट ने दी है।
मंत्रालय में आयोजित एक स्कूली शिक्षा की समीक्षा बैठक में अजीत पवार ने कहा, ‘आज दिल्ली के स्कूलों का शिक्षा मॉडल देश में सबसे अच्छा माना जाता है। दिल्ली मॉडल के तहत शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन की आवश्यकता है और इसे महाराष्ट्र में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए दोहराया जाना चाहिए।’
दरअसल, पवार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की राजधानी के स्कूली शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव लाने की पहल का जिक्र कर रहे थे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक न्यूज पोर्टल की खबर को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है और दिल्ली वालों को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया- दिल्ली के लोगों को बधाई। आपका शिक्षा मॉडल हर जगह लागू किया जा रहा है।
इससे पहले अजीत पवार ने कहा कि दिल्ली मॉडल प्रभावी वित्तीय प्रबंधन और बेहतर शैक्षणिक मानकों दोनों को सुनिश्चित करेगा। इस बात पर जोर देते हुए कि महाराष्ट्र सरकार हमेशा शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी, उन्होंने कहा कि प्रत्येक छात्र, अपनी पारिवारिक आय और श्रेणी के बावजूद, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का हकदार है और सरकार इस एजेंडे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।