सीएम ने साफ तौर पर कहा कि जब सारी दुनिया इससे परेशान है, ऐसे वक्त में गैर जिम्मेदाराना रवैया नहीं चलेगा। सीएम ने इस दौरान तेलंगाना में यहां से गए 6 लोगों की मौत की घटना का भी जिक्र किया।
दिल्ली : कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन के बावजूद निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में देशी-विदेशी लोगों के जुटने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सख्त ऐतराज जताया है।
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केजरीवाल ने कहा कि ऐसे समय में जबकि लोगों को घर में रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। भीड़ न जुटाने की अपील की जा रही है, फिर भी निजामुद्दीन इलाके में हजार से 15 सौ लोगों को इकट्ठा होना गंभीर मामला है।
उन्होंने कहा कि मरकज़ में बताया गया कि 12-13 मार्च को बहुत लोग इकट्ठा हुए। इसमें 24 केस पॉजिटिव आए हैं। अब तक 1548 लोगों को निकाला जा चुका है, जिसमें से 448 में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त नवरात्र का टाइम चल रहा है, लेकिन लोग कहीं नहीं इकठ्ठा हो रहे हैं। गुरुद्वारे बंद हो गए हैं। ऐसे में इतनी बड़ी भीड़ करना गलत था।
उन्होंने कहा कि मुझे डर लग रहा है कि इसमें से कितने लोग कहां-कहां गए होंगे, इसकी जानकारी नहीं है।
इस मामले में दिल्ली सरकार ने कल ही LG को चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में अगर किसी भी अफसर की कोताही पाई गई, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम ने साफ तौर पर कहा कि जब सारी दुनिया इससे परेशान है, ऐसे वक्त में गैर जिम्मेदाराना रवैया नहीं चलेगा। सीएम ने इस दौरान तेलंगाना में यहां से गए 6 लोगों की मौत की घटना का भी जिक्र किया।
सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में मौजूद हर व्यक्ति को राशन मिलने और इसकी जिम्मेदारी लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिसके पास राशन कार्ड है और जिनके पास कार्ड नहीं है, उनको भी राशन मिलेगा।
सीएम ने बताया कि दिल्ली में बुधवार से से 2500 स्कूलों और 250 शेल्टर में खाना बांटना का काम शुरू होगा। इन जगहों पर 10 से 12 लाख लोगों को खाना मिल सकेगा।
सीएम ने ये भी कहा कि जो भी इस काम के लिए डोनेशन देना चाहते है वो CM रिलीफ फंड में ये डोनेशन दे सकते हैं।