सीएम केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली के 90 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना है तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज हो। उन्होंने बताया कि 5 डॉक्टर की एक कमेटी बनाई थी उसने अपनी रिपोर्ट दी है। कमेटी ने कहा है कि जून अंत तक दिल्ली को 15,000 बेड की जरूरत होगी।
नई दिल्ली : दिल्ली कैबिनेट ने फैसला लिया है कि दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्ली के निवासियों का ही इलाज होगा, जबकि केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी का इलाज होगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि इसी के साथ दिल्ली से बाहर के सभी लोगों के लिए बॉर्डर खोल दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में बढ़ते मामलों के चलते फैसले लिया गया है।
कुछ निजी अस्पताल ऐसे हैं जो खास किस्म की सर्जरी करते हैं जो सर्जरी बाकी देशभर में उपलब्ध नहीं है। ऐसे अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहेंगे: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल https://t.co/MxgY8reKse
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2020
सीएम केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली के 90 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना है तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज हो। उन्होंने बताया कि 5 डॉक्टर की एक कमेटी बनाई थी उसने अपनी रिपोर्ट दी है। कमेटी ने कहा है कि जून अंत तक दिल्ली को 15,000 बेड की जरूरत होगी। उनका यह कहना है कि फिलहाल दिल्ली के अस्पताल दिल्लीवासियों के लिए होने चाहिए, बाहर वालों के लिए नहीं। अगर बाहर वालों के लिए खोल दिया तो 3 दिन में सब बेड भर जाएंगे।
दिल्ली सरकार केंद्र के आदेश के मुताबिक कल से दिल्ली में मॉल्स, रेस्टोरेंट,धार्मिक स्थल खोलने जा रही है। दिल्ली में होटल, बैंक्वेट हॉल को अभी नहीं खोला जा रहा है क्योंकि हो सकता है कि आने वाले वक्त में हमें इन्हें अस्पताल में बदलना पड़े: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल pic.twitter.com/v5SRn3NtIy
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अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 8 जून से दिल्ली सील बॉर्डर को खोल रही है। इससे गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद के लोग आसानी से दिल्ली आ सकेंगे। इसके साथ दिल्ली में रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल और धार्मिक स्थल खोले जाएंगे। फिलहाल, होटल और बैंकट हॉल नहीं खुलेंगे।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण की स्थिति चिंताजनक है। इसी बीच दिल्ली सरकार द्वारा गठित पांच सदस्यीय डॉक्टरों की समिति ने भी अपनी रिपोर्ट सौंप दी, जिसके बाद सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कैबिनेट की बैठक में कुछ बड़े निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार के फैसलों की जानकारी दी। यहां पढ़ें दिल्ली कैबिनेट की बैठक में आज क्या फैसले लिए गए-
- कल से दिल्ली में रेस्त्रां, मॉल और धार्मिक स्थल खोले जाएंगे। इस दौरान केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
- होटल और बैंक्वेट हॉल को अभी नहीं खोला जाएगा। हो सकता है आने वाले समय में होटलों को अस्पतालों के साथ अटैच करना पड़े, इसलिए उन्हें नहीं खोला जाएगा।
- केजरीवाल ने कहा कि बुजुर्गों से अपील है कि बाहर या घर के अंदर भी किसी से संपर्क में न आने की कोशिश करें।
- सोमवार से दिल्ली के बॉर्डर को सभी की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
- कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि फिलहाल दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में अब सिर्फ दिल्ली के निवासियों का ही इलाज होगा।
दिल्ली में केंद्र सरकार के जो अस्पताल हैं, उनमें पहले की तरह ही सभी मरीजों का इलाज हो सकेगा। - दिल्ली में कुछ निजी अस्पताल ऐसे हैं जो विशेष तरह की सर्जरी करते हैं। यहां देश भर से लोग आकर सर्जरी करवाते हैं। इन अस्पतालों में सभी का इलाज हो सकेगा।
- केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा के लिए हमने पांच वरिष्ठ डॉक्टरों की समिति बनाई थी। उनका भी यही सुझाव है कि जब तक कोरोना संकट है, तब तक दिल्ली के अस्पतालों को दिल्लीवासियों के लिए आरक्षित कर दिया जाए।
- समिति के अनुसार अगर दिल्ली के अस्पतालों को सभी के इलाज के लिए खोल दिया जाए, तो तीन दिन में सारे बेड भर जाएंगे।