कर्म मार्ग पर ईमानदारी से चल कर, कर सकते हैं परमेश्वर के दर्शन : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान हरदा में विख्यात कथा-वाचिका जया किशोरी की सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के समापन में शामिल हुए। कथा समापन पर मुख्यमंत्री ने 133 कन्याओं के मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में हुए सामूहिक विवाह के नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में कथा के आयोजक किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, स्थानीय सांसद श्री डी.डी. उइके, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गजेन्द्र शाह सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहाकि परम पिता परमेश्वर को प्राप्त करने के लिये धर्मशास्त्र में भक्ति मार्ग, ज्ञान मार्ग और कर्म मार्ग बताये गये हैं। हम सभी बिना फल की इच्छा किये अपने कार्य पूरी कर्त्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से कर ईश्वरीय मार्ग पर चल सकते हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टर- मरीजों का इलाज, शिक्षक-बच्चों की पढ़ाई और अधिकारी एवं नागरिक अपने कर्त्तव्यों और दायित्वों का निर्वहन कर समाज की बेहतरी के लिये अपना योगदान दें। इसीसे प्रदेश का कल्याण होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनता के अनुरोध पर सुनाया भजन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कथा स्थल पर उपस्थित धर्मप्रेमियों के अनुरोध पर ‘‘राम नाम सुखदायी’’ और ‘‘हरे राम हरे राम’’ भजन गाया। श्रोता मंत्रमुग्ध होकर मुख्यमंत्री के गाये भजनों पर झूमते नजर आये।