महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि भाजपा सहयोगी शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने का कोई इरादा नहीं रखती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शिवसेना-भाजपा की जीत के बाद की हालत पर सीएम फडणवीस ने कहा कि ये फैसला शिवेसना प्रमुख उद्धव ठाकरे को लेना है, जहां तक भाजपा की बात है तो उन्हें आदित्य ठाकरे को उपमुख्यमंत्री बनाने में कोई आपत्ति नहीं है। जहां तक मुख्यमंत्री पद की बात है, तो वो भाजपा के पास ही रहेगा।
फडणवीस ने कहा कि उनके कैबिनेट का जो पिछला विस्तार हुआ तो उन्होंने शिवसेना से डिप्टी सीएम पद के लिए राय ली थी, तब शिवसेना ने इसके लिए इंकार कर दिया था।
फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि वो बहुत अच्छे से राजनीति के गुर सीख रहे हैं। ये आवश्यक नहीं कि सक्रिय राजनीति में न उतरने का जो निर्णय बाला साहब ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने लिया, उसी पर आदित्य भी चलें। हो सकता है वो सक्रिय सियासत में आएं।
बता दें कि महाराष्ट्र में अभी शिवसेना और भाजपा की संक्युत सरकार है। हाल ही में दोनों पार्टियों के बीच सीटों पर कुछ तनाव की खबर आई थी।
इस पर फडणवीस ने कहा कि हम शिवसेना के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे। अभी सीटों का विभाजन नहीं हुआ है, सीट शेयरिंग पर बात चल रही है।
फडणवीस ने अपनी सरकार के 5 वर्ष के कामकाज पर कहा कि मेरी सरकार को गिराने की काफी कोशिशें हुईं, किन्तु हम सकारात्मकता से काम करते रहे।