अजमेर – सीएमएचओ पर निविधाओं में राज्य सरकार को करोडो रुपये की चपत लगाने का आरोप लगाया है। पूर्व में भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर पूर्व जिलो प्रमुख सुशील कँवर पलाड़ा द्वारा निष्काशित सहायक लेखाधिकारी ओम सिंह पर वर्त्तमान जिला प्रमुख वंदना नोंगिया ने भी जांच बिठाई है । मात्र 2 महीने बाद रिटायर होने वाले सी एम् एच ओ डॉ खत्री पर भी मिलीभगत और शह दिए जाने के गंभीर आरोप लगने से वे पेंशन की परेशानी में आ सकते हैं ।
राजस्थान पत्रकार संघ के महामंत्री विक्रम बेदी ने आरोप लगाया है कि मुख्य्मंत्री निशुल्क दवा योजना एवं जांच योजना के तहत संविदा पर लगाये गए स्टॉफ हेतु निविधाएं आमंत्रित की गयी थी और न्यूनतम दर देने वाली फर्म आमंत्रित की गयी थी । परंतु ॐ सिंह ने फर्म से सांठ गाँठ करते हुए न्यूनतम दर बड़ाई गयी और भुगतान दिलाते हुए राज्य सरकार को लाखों रुपये का नुक्सान पहुंचाया है । कार्मिको को लगाने से लेकर हटाए जाने और निशुल्क दावा योजना और जांच योजना में बिलो की गड़बड़ी करते हुए बंदरबांट हुई है ।
पूर्व में यह जांच अतिरिक्त मुख्या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्षमण हरचन्दनी को दिए जाने के आदेश जारी हो गए थे मगर ओमसिंह के दबाव में डॉ खत्री ने एन आर एच एम् के लेखा सहायक को जांच सौंपी है । उलेखनीय है कि डॉ लक्षमण ने उन्हें भ्रस्ताचार के आरोप लगते हुए पूर्व जिला प्रमुख ने सी एम् एच ओ कार्यालय हटाते हुए सॅटॅलाइट अस्पताल में लगाया था मगर वहां भी लैब के सामान में लाखो रुपये की हेराफेरी के आरोप है ।
रिपोर्ट :- सुमित कलसी