भोपाल : लोकसभा चुनाव परिणाम से ठीक पहले देश का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के राज्य में कांग्रेस सरकार के अल्पमत में होने के दावे के बाद अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि भगवा पार्टी उनके विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है।
कमलनाथ ने कहा कि कम से कम 10 विधायकों को खरीदने का प्रयास किया जा रहा है।
कमलनाथ ने कहा, ‘कम से कम 10 विधायकों ने मुझे बताया है कि उन्हें फोन आ रहे हैं और पैसे तथा पद का प्रलोभन दिया जा रहा है। मैं इन विधायकों के नाम का खुलासा कर सकता हूं।’
उधर, बीजेपी ने सीएम कमलनाथ के आरोपों को खारिज किया है। बीजेपी ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम आने से पहले यह कमलनाथ की ‘हताशा’ को दर्शाता है।
राज्य में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा, ‘बीजेपी खरीद-फरोख्त में विश्वास नहीं करती है।’ इस बीच मध्य प्रदेश के कानून मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी शर्मा ने दावा किया है कि 23 मई के बाद बीजेपी के 20 से 25 विधायक कांग्रेस में आएंगे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के दिन रणनीति बनाने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायक कमलनाथ द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल रहेंगे।
50 करोड़ रुपये का ऑफर
मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में खाद्यान और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस के विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया है।
उधर, इस दावे के बारे में कमलनाथ ने कहा, ‘अरे भाई, पता नहीं वे लोग क्या क्या कर रहे हैं।’ बता दें कि बीजेपी ने सीएम कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के अल्पमत में होने का दावा कर दिया है।
बीजेपी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को चिट्ठी लिख राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग करने की बात कही है।
कमलनाथ सरकार ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार बेहद मजबूत है।
कमलनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार बहुमत साबित करने के लिए तैयार है और उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।
एमपी का सियासी गणित
साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शिवराज सरकार को शिकस्त देकर सत्ता हासिल की थी।
230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 114, बीजेपी को 109, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को 2, समाजवादी पार्टी (एसपी) को एक और निर्दलीयों को 4 सीटों पर जीत मिली थी।
बीएसपी और अन्य निर्दलीय विधायकों ने कमलनाथ सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया था।