नई दिल्ली : आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी के 254 करोड़ रुपये के ‘बेनामी’ शेयर जब्त किए हैं। आरोप है कि रतुल को ये शेयर अगुस्टा वेस्टलैंड घोटाले के एक संदिग्ध से फर्जी कंपनियों के जरिए प्राप्त हुए थे। आयकर विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि बेनामी प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन ऐक्ट के तहत शेयर जब्त करने का अतंरिम आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पैसा उनके पिता दीपक पुरी की कंपनी मोजर बेयर ग्रुप की कंपनी ऑप्टिमा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को एफडीआई निवेश के जरिए मिला था।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का आरोप है कि सोलर पैनल के निर्यात की ओवर इनवॉइसिंग के जरिए 254 करोड़ रुपये का निवेश जनरेट किया गया। इसके लिए एचईपीसीएल नाम की एक ग्रुप कंपनी का इस्तेमाल किया गया और यह सब दुबई के ऑपरेटर राजीव सक्सेना की मदद से किया गया। राजीव अगुस्टा वेस्टलैंड घोटाला मामले में आरोपी हैं।
इससे पहले सोमवार को ईडी ने रतुल पुरी पर आरोप लगाया कि उन्हें वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले से हुई कमाई का पैसा प्राप्त हुआ था। ईडी ने दिल्ली की अदालत में विशेष जज अरविंद कुमार के सामने पुरी द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान ये आरोप लगाए।
हिंदुस्तान पावर प्रॉजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष पुरी ने 27 जुलाई को अदालत पहुंचकर इस मामले में अग्रिम जमानत मांगी थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें मामले में गिरफ्तार किए जाने की आशंका है। पुरी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता ए.एम. सिंघवी ने राजनीतिक दुश्मनी का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के दो विधायक कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल हुए थे और अब ईडी पुरी को गिरफ्तार करना चाहता है क्योंकि उनके मामा राज्य के मुख्यमंत्री हैं।