पटना : नागरिकता संशोधित कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के खिलाफ देशभर में जारी विरोध- प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा बयान दिया है।
नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी लागू नहीं किया जाएगा। यह कोई पहली बार नहीं है कि नीतीश कुमार ने एनआरसी को लेकर इस तरह का बयान दिया है।
वे पहले भी कई बार खुले मंच से एनआरसी को बिहार में नहीं लागू करने की वकालत कर चुके हैं।
नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘एनआरसी को यहां (बिहार में) लागू नहीं किया जा रहा है और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) का 2010 में किए गए तरीके से ही अद्यतन किया जाएगा।’’
जानकारी के मुताबिक, उन्होंने दरभंगा जिले में स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
वहां उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से संबंधित 80 करोड़ रुपये की लागत वाली कई योजनाओं का शिलान्यास किया।
बता दें कि जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष ने दिसंबर में अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि राज्य में एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा।
हालांकि, पार्टी ने केंद्र के संशोधित नागरिकता अधिनियम का समर्थन किया था। वहीं, अभी हाल में सीएए और एनपीआर का विरोध करने के चलते जदयू ने प्रशांत किशोर को पार्टी से निकाल दिया।
किशोर में जदयू में रहते हुए पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर सीएए के खिलाफ बयान दे रहे थे।