एमपी बोर्ड की स्थगित परीक्षाएं 9 जून से शुरू हो चुकी हैं। यह परीक्षाएं 16 जून तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा केंद्र के अंदर जाने से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है।
मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जुलाई में भी स्कूल बंद ही रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को स्व सहायता समूह से बातचीत के दौरान यह बात कही।
इसके बाद तय हो गया है कि प्रदेश में जुलाई में स्कूल नहीं खुलने वाले हैं। इससे पहले स्कूल शिक्षा विभाग 30 जून तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ शैक्षणिक संस्थाओं में छुटि्टयां घोषित कर चुका था। इसमें छात्रों के साथ ही शिक्षकों को भी अवकाश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोरोना को देखते हुए अभी हालात ठीक नहीं हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा सकता है। अब जुलाई में भी स्कूल नहीं खुलेंगे, लेकिन जून के अंत में इसको लेकर एक बैठक होगी। उसके बाद ही आगे के फैसले किए जाएंगे। मैं इतना कह सकता हूं कि जुलाई में स्कूल बंद ही रहेंगे।’
मध्यप्रदेश स्कूल विभाग ने सबसे पहले 4 मार्च को अवकाश घोषित किया था। इसके बाद कोरोना संक्रमण को देखते हुए 7 जून तक स्कूलों को बंद कर दिया गया। इसके बाद 30 जून तक छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
प्रदेश का शिक्षा विभाग स्कूलों को लेकर केंद्र की गाइडलाइन का इंतजार कर रहा है। साथ ही, अन्य बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों का आकलन करके एक गाइडलाइन तैयार किए जाने की बात है। इसके बाद ही सरकारी और निजी स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। बच्चों की पढ़ाई पर कोई प्रभाव न पड़े, इसलिए सरकारी समेत सभी प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन क्लास ली जा रही हैं।
एमपी बोर्ड की स्थगित परीक्षाएं 9 जून से शुरू हो चुकी हैं। यह परीक्षाएं 16 जून तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा केंद्र के अंदर जाने से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है।
छात्रों को प्रवेश पत्र पर प्राचार्य के साइन की भी जरूरत नहीं है। इतना ही नहीं, कोरोना के कारण पेपर नहीं दे पाने वाले छात्रों के लिए विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी।