मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में चुनाव रोचक होता जा रहा है।
शनिवार को बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर बीजेपी के विकास के दावे की पोल खोल दी है।
बुधनी के ग्राम पलासी कूर्द के मतददाताओं ने मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण मतदान के बहिष्कार की घोषणा की है।
नसरुल्लागंज बुधनी विधानसभा क्षेत्र के गांव पलासी के ग्रामीणों ने बिजली, पानी, स्कूल, सड़क की समस्याओं को लेकर चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है।
गांव के लोगों ने इसके लिए बैनर भी लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि 70 साल से हम सड़क संपर्क और पानी के लिए तरस रहे हैं।
गांव वालों का साफ कहना है कि विकास नहीं तो वोट नहीं। उनका कहना है कि कोई भी राजनीतिक दल यहां वोट मांगने नहीं आए, हम किसी भी पार्टी को वोट नहीं देंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेता आकर लुभावने वादे करते हैं और जीतने के बाद फिर गायब हो जाते हैं।
इस गांव में अभी भी सड़क, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधा नहीं मिल रही है। जबकि प्रदेश भर में सीएम संबल योजना का जिक्र करते नहीं थक रहे।
दो दिन पहली ही उनके पुत्र कार्तिकेय के खिलाफ गांव वालों में मोर्चा खोलते हुए उन्हें गांव की सड़कों की असली तस्वीर दिखाई थी।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने कद्दावर नेता अरुण यादव को उम्मीदवार बनाया है।
अरुण यादव के उम्मीदवार बनते ही मददाताओं ने शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह और पुत्र कार्तिकेय को विकास के नाम पर घेरना शरू कर दिया है। इसके वीडियो वायरल हो रहे हैं।