महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पीएम मोदी से राजधानी दिल्ली में मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा सीएए से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। एनपीआर हर दस साल में होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है।
महाराष्ट्र में एनआरसी लागू नहीं करने की बात कह चुके उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया कि एनआरसी मुस्लिमों के लिए खतरा नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने इस मुलाकात पर बात करते हुए कहा, प्रधानमंत्री से सीएए और एनआरसी पर भी चर्चा हुई। इस मसले पर मैंने अपनी भूमिका स्पष्ट की है। इससे किसी को डरने की ज़रूरत नहीँ है। एनपीआर हर दस साल पर होता है। किसी का अधिकार नहीं छीना जाएगा। मैंने अपने राज्य के लोगों को कहा है कि एनआरसी मुसलमानों के लिये खतरा नहीं है।
सीएए पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आन्दोलन को भड़काया है, उन्हें समझने की ज़रूरत है। सीएए को लेकर कांग्रेस के साथ हमारी बातचीत चल रही है। आप देख सकते हैं कि महाराष्ट्र में ऐसा कुछ नहीं है। हमने मन बना लिया है कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर हम काम कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा, सीएए को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं। एनआरसी पर सरकार ने अपनी भूमिका स्पष्ट की है। एनआरसी पूरे देश में लागू नहीं किया जाएगा असम तक की बात है। एनपीआर और सेन्सस की जहां तक बात है तो सेन्सस हर दस साल में होता है। महाराष्ट्र के लोगों को स्पष्ट किया है किसी के अधिकार को छीनने नहीं दूंगा। एनआरसी में मुसलमानों के लिये जो खतरनाक है ऐसा माहौल बनाया जा रहा है। ये नहीं होने जा रहा है।