हनुमानगढ़ी में पूजा अर्चना के बाद सीएम कारसेवकपुरम पहुंचे। यहां उन्होंने तराशे गए पत्थरों का जायजा लिया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सीएम को सारी जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि मंदिर निर्माण में इन पत्थरों की क्या उपयोगिता रहेगी।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को अयोध्या पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन किया।
दर्शन के बाद सीएम योगी राम जन्मभूमि कार्यशाला पहुंचे, जहां उन्होंने तराशे गए पत्थरों को देखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और साथ-साथ साधु संतों के साथ बैठक की।
योगी ने कहा कि 500 साल बाद 5 अगस्त को ये शुभ मुहूर्त आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखेंगे और भूमि पूजन करेंगे। साधू संतों के साथ योगी आदित्यनाथ की बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई।
इस दौरान कोरोना महामारी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से ध्यान रखा गया। वहीं 5 अगस्त को अयोध्या को पूरी तरह से दीपकों से प्रज्वलित कर भूमि पूजन के कार्यक्रम को लेकर लोग खुशियां मनाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे वो भी पूरे कार्यक्रम को अच्छे से देख पाएंगे। इसलिए मायूस होने की आवश्यक्ता नहीं है।
कार्यक्रम के दौरान इसका प्रसारण एलईडी टीवी के माध्यम से लाइव दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम में 200 लोगों की ही उपस्थिति रहेगी। ऐसे में अगर कोई शामिल न हो पाए तो इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाएं।
हनुमानगढ़ी में पूजा अर्चना के बाद सीएम कारसेवकपुरम पहुंचे। यहां उन्होंने तराशे गए पत्थरों का जायजा लिया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सीएम को सारी जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि मंदिर निर्माण में इन पत्थरों की क्या उपयोगिता रहेगी।
भूमि पूजन के कार्यक्रम में कोरोना महामारी को लेकर बेहद सतर्कता बरती जाएगी। इसे लेकर भी योगी आदित्यनाथ लगातार संबंधिक अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री के भूमि पूजन की तैयारियां अयोध्या में तेज कर दी गई हैं। लगातार राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ी हैं।
कल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह अयोध्या आए थे और उन्होंने भी राम मंदिर निर्माण की तैयारियां और प्रधानमंत्री के अयोध्या आगमन को लेकर कारसेवक पुरम में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में घंटों वार्ता की।
हालांकि इस दौरान वह मीडिया से दूरी बनाए रहे लेकिन माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री के अयोध्या आगमन को लेकर सरगर्मियां तेज हैं।
मुख्यमंत्री खुद एक-एक जगह जाकर अधिकारियों से बात कर रहे हैं और भावी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या गए थे और वहां के विकास कार्यों का जायजा लिया था। अयोध्या नगरी के विकास के लिए बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए थे।