खण्डवा [ TNN ] सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागृह में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर महेश अग्रवाल ने जिले के सभी एसडीमए, और तहसीलदारो को राहत राशि के प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए निराकरण करने के दो – टूक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि एसडीएम और तहसीलदार समझ लें की, अगर उनके राजस्व अनुभाग या तहसील क्षेत्र में आरबीसी के अंतर्गत ऐसे प्रकरण जिसमें किसी की मृत्यू होने पर सहायता राशि दी जाती है, तो वह किसी भी स्थिति में लंबित न हो। यदि ऐसा पाया गया तो प्रत्येक स्तर के अधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। मैं किसी को नही छोडूॅंगा सब पर कार्यवाही होगी।
गोरतलब है कि जिले में कलेक्टर महेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में अभियान चलाकर सभी तहसील क्षेत्रों में लंबित सभी प्रकार के सहायता राशि के प्रकरणों का निराकरण किया गया था। जिसके बावजूद विगत मंगलवार को खालवा तहसील क्षेत्र के एक प्रकरण में तब तक आकाशीय बिजली गिरने से एक बालिका की मृत्यु होने पर विगत 6 माह से सहायता राशि प्राप्त न होने की शिकायत मृतिका के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई थी। जिस पर तत्काल एसडीएम एवं तहसीलदार को कलेक्टर श्री अग्रवाल ने 48 घण्टे के भीतर सहायता राशि वितरित करने के निर्देश दिए थे। इसी को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सर्व कार्यालय प्रमुखों की बैठक में सभी एसडीएम और तहसीलदार को ताकीद किया कि ऐसी गलती दोबारा न हो। नही तो बख्शा नही जाएगा।
इसके साथ ही समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सभी विभागों में संचालित जनहितेषी योजनाओं की समीक्षा करते हुए उनमें तेजी लाने के निर्देश दिए।
बाबू के भरोसे न बैठे – स्वयं पढे़ निर्देश –
सर्व कार्यालय प्रमुखों की बैठक में कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने स्थानीय निर्वाचन की तैयारियों कि भी समीक्षा की। जिसमें उन्होंने सरपंचों, एवं पंचों के आरक्षण, जिला पंचायत सदस्यों, एवं जनपद पंचायत सदस्यों के आरक्षण की सबसे पहले समीक्षा की। जिसमें उन्होंने सभी प्राधिकृत अधिकारियों से पूछा की। आरक्षण प्रक्रिया को लेकर अब तक आपके द्वारा क्या होमवर्क किया गया है। आप सभी ने आरक्षण के संदर्भ के निर्देश पढ़े है या नही। यदि नही पढ़े तो पढ़ लें बाबू के भरोसे न बैठे स्वयं सम्पूर्ण कार्यवाही अपने देखरेख में करे।
इसके साथ ही कलेक्टर श्री अग्रवाल ने अब तक महाप्रबंधक सहकारी समिति, उद्यानिकी विभाग, द्वारा अब तक कर्मचारियों के डेटाबेस की जानकारी उपलब्ध न कराने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट रूप से मिटिंग में ही अपने बाबू को बुलाकर डेटाबेस उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही हिदायत भी दी की आईंदा ऐसी गलती न करें , समय-सीमा में जानकारी उपलब्ध कराए।
कलेक्टर ने आवक-जावक रजिस्ट्रर पर रिसीविंग दिखाई । कहा अच्छी बात नही –
सर्व कार्यालय प्रमुखों की बैठक में टीएल के लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान जब पशुपालन विभाग का नम्बर आया। तो उपसंचालक पशुपालन विभाग ने अब तक संदर्भित पत्र प्राप्त न होने की बात कही। जिस पर तत्काल कलेक्टर श्री अग्रवाल ने आवक-जावक के प्रभारी बाबू को मिटिंग में बुलाकर टीएल की डाक वितरित करने वाले रजिस्टर को बुलाया। जिसमें पशुपालन विभाग के कर्मचारी द्वारा रिसीविंग दी गई थी। जो कि उन्होंने उपसंचालक पशु चिकित्सा को दिखाई। साथ ही झूठ एवं बिना जानकारी के बोलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह अच्छी बात नही है।
मुख्यमंत्री महोदय के संभावित कार्यक्रम की तैयारियों कि, की समीक्षा – इसके साथ ही सर्वकार्यालय प्रमुखों की बैठक में 30 अक्टूबर को संभावित मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम की तैयारियों कि समीक्षा भी कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने की। उन्होंने सभी अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन करने के साथ ही –
ऽ मुख्यमंत्री महोदय के कार्यक्रम के दौरान लगाई जाने वाली विभागीय प्रदर्शनियों में जीवंत प्रदर्शन करने पर जोर दिया।
ऽ साथ ही सभी विभाग प्रमुखों को जिनकी प्रदर्शनी कार्यक्रम स्थल में लगाई जाएगी। उन्हें प्रदर्शनी के साथ प्रशिक्षित अधिकारी कर्मचारियों को ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। ताकि वह जानकारी दे सके।
ऽ वही सभी विभाग प्रमुखों को अपनी-अपनी प्रदर्शनी में पेयजल की माकूल व्यवस्था रखने के आदेश दिए।
ऽ इसी प्रकार मुख्यमंत्रीजी के कार्यक्रम में पृथक-पृथक विभाग के सेक्टर बैठक व्यवस्था के हिसाब से बनाने और संबंधित विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी समन्वय हेतु लगाने के निर्देश दिए।
ऽ कलेक्टर श्री अग्रवाल ने संभावित दौरे की तैयारियों की समीक्षा करते हुए नगर निगम आयुक्त को कार्यक्रम स्थल में चलित शौचालय की व्यवस्था करने के आदेश दिए।
ऽ वही विभिन्न विभागों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के हॉथो हितग्राहियों को वितरित किए जाने वाली सूची पूर्व उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
ऽ नगर निगम आयुक्त को डूडा अंतर्गत प्रारंभ हुई नई योजना के लाभ का वितरण हितग्राहियों को कराने के निर्देश दिए।
ऽ और कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग को शिलन्यास के पत्थरों की तैयारी करने के आदेश दिए।
कृषि महोत्सव कि, की समीक्षा –
मुख्यमंत्रीजी के दौरे कि तैयारियों के साथ ही कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में संचालित कृषि महोत्सव की समीक्षा भी की। उन्होंने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को 25 सितम्बर से लेकर 20 अक्टूबर तक कृषि महोत्सव के दौरान हितग्राहियों को दिए गए लाभ की जानकारी कृषि नेट सॉफ्टवेयर में दर्ज कराने के निर्देश दिए। साथ ही 26 अक्टूबर तक कृषि महोत्सव के दौरान किए गए समस्त व्यय की जानकारी संकलित करने के आदेश दिए। उन्होंने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि सभी संबंधित विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित कर ले कि आगामी चार दिनों में कृषि महोत्सव के दौरान उनके विभाग के द्वारा क्रियान्वित की गई गतिविधियों के फोटोग्राफ्स का संकलन हो जाए।
इसके साथ ही सर्व कार्यालय प्रमुखों की बैठक में कलेक्टर श्री महेश अग्रवाल ने –
ऽ जाति प्रमाण पत्रों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए एसडीएम पुनासा को सबसे खराब स्थिति होने पर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि कुछ और अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इस कार्य में लगाए, और इनका निराकरण करे। अगले सप्ताह तक आपका प्रदर्शन सुधरना ही नही अच्छा होना चाहिए।
ऽ इसके साथ ही कलेक्टर श्री अग्रवाल ने इन सभी सीईओ जनपदों को समय-सीमा की बैठक में मार्च के पहले के लंबित परिवार सहायतों के प्रकरणों को पुनः जनरेट कर लंबित भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि यह प्रक्रिया करने के बाद उनके विकासखण्ड में कोई भी परिवार सहायता का प्रकरण लंबित नही है, इसका प्रमाण पत्र भी दें।
ऽ समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सभी सीईओ जनपदों , नगर निगम आयुक्त, और सीएमओ नगरीय निकायों को अगली समय-सीमा की बैठक में उनके निकाय के पेंशन वितरण की अपडेट जानकारी के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए।
ऽ इसी प्रकार जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी को अब तक वितरित नही हुई पात्रता पर्चीयों को जनरेट कर पात्र हितग्राही तक पात्रता पर्ची वितरित करने के आदेश दिए।
ऽ इसी प्रकार स्थानीय निर्वाचन में नियुक्त किए गए सभी नोड्ल अधिकारियों को निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराने में उन्हें लगने वाले स्टॉप की जानकारी उपजिला निर्वाचन अधिकारी स्थानीय निर्वाचन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
ऽ और इसके साथ ही सिविल सर्जन एवं सीएमएचओ को निर्भया केन्द्र के लिए अस्पताल परिसर में भूमि चिन्हित करने के भी आदेश दिए।