शहडोल- आज व्यक्ति की महँगे मोबाइल फोन मात्र इसलिए खरीदने का दम भरता है कि मोबाइल सर्विस के साथ सिक्योरिटी के मद्देनजर महँगे मोबाइल फोन गुमने या चोरी होने के बावजूद मिल सके। हालाँकि यह आधुनिकीकरण के चलते कई मोबाइल चोर जेल की हवा खा चुके हैं वहीं दूसरी ओर कुछ नामी सर्विस सेंटर संचालक चंद पैसों की खातिर अपना ईमान बेचने पर आमादा है। जल्द पैसा कमाने की होड़ में अवैध रूप से चोरी किया गया मोबाइल फोन का लाँक खोल कर हजारों रुपये कमा रहे हैं।
ऐसा ही मामला शहडोल बस स्टैंड पर स्थित लक्ष्य मोबाइल फोन सर्विस सेंटर में 09 मार्च 2016 का खरीदा 16 जून 2016 को चोरी हुआ मोबाइल चोरी करने वाले युवकों ने बनाने दिया। मोबाइल सुधारने की प्रक्रिया के दौरान पीड़ित शिकायत कर्ता विनोद त्रिपाठी के दूसरे मोबाइल नंबर पर सर्विस सेंटर का नाम पता मैसज तुरंत ही आ गया।
इसके बाद शहडोल के मोबाइल चोरी के बाद कहा जाते हैं ? क्या सेंटर मे मनमानी होती है ? बात का खुलासा हुआ ! मीडिया को देखते ही मोबाइल फोन संचालक के तोते उड गए। संचालक द्वारा चोरी मोबाइल शिकायत कर्ता विनोद त्रिपाठी को लौटाने की बात कही गई परंतु बात समझ से परे है कि चोरी के मोबाइल बिना बिल कैसे एक प्रतिष्ठित संस्थान में सुधारने का गोरखधंधा चल रहा था जिसकी ओर पुलिस प्रशासन को गंभीरता से विचार करने की ज़रूरत है। इस मामले में पुलिस का कहना की शिकायत आने पर कार्यवाही की जायेगी रिपोर्ट- @जुबेर खान