दमोह- भले ही प्रदेश सरकार द्वारा स्कूली बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में बढावा दिया जा रहा है और बच्चों के शिक्षित करने के लिए कई प्रकार की योजनाओं को चलाया जा रहा है। लेकिन नगर के स्कूल के शिक्षको द्वारा स्कूली बच्चों से शिक्षा के नाम पर चपरासी का काम कराया जा रहा है। जहां एक ओर शासन द्वारा मिड डे मील,साईकिल एवं निशुल्क पाठ्य पुस्तको का वितरण उच्च शिक्षा के प्रयास कर करोडों रूप्ये खर्च किये जा रहे है।
वही दूसरी ओर पथरिया जनपद क्षेत्र के स्कूलों में चपरासी की व्यवस्था नही है। समस्त कार्य छात्रों से कराये जाते है स्कूल में साफ सफाई से लेकर स्कूल में पानी भरने स्कूलों में शिक्षको को चाय लाने से लेकर समस्त कार्य छात्रों से ही कराये जाते है। जिसमें चलते दिन प्रतिदिन सरकारी स्कूलों को छात्रों की दर्ज संख्या दिन प्रतिदिन घटती नजर आ रही है। लेकिन इस और नो जनप्रतिधियों सहित अधिकारियों द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है। जिसके चलते छात्रों सहित छात्रों के माता पिता का प्राईवेट स्कूलों की तरफ मोह बढ़ रहा है।
ऐसा ही मामला पथरिया नगर के स्कूलों में देखने को मिल रहा है। नगर के माध्यमिक स्कूल एवं प्राथमिक शाला में छात्रों से स्कूल में चाय पान बीडी मंगवाई जा रही है तो वही जिम्मेदार अधिकारी भी हर एक दूसरे पर टालते नजर आते है। पथरिया में पदस्थ एस डी एम एस के अहिरवार कि कार्यप्रणाली से परेशान साहब द्वारा कभी भी पथरिया क्षेत्र को दौरा नही किया जाता है। क्योकि साहब को अधिकांश समय आने जाने में ही निकल जाता है। क्योकि साहब दमोह में अपना निवास बनाये हुये है जिसके चलते वह क्षेत्र के लिये समय ही नही दे पा रहे है।
रिपोर्ट- @सुरेश नामदेव