नई दिल्ली- नरेंद्र मोदी सरकार के केंद्र में दो वर्ष पूरे होने पर भाजपा और सरकार ने अपनी विभिन्न उपलब्धियों की चर्चा शुरू कर दी है। इसी क्रम में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में रेलवे की ओर से निर्धारित किए गए लक्ष्यों और उपलब्धियों को लेकर चर्चा की।
सुरेश प्रभु ने कहा कि रेलवे में बदलाव की शुरुआत हो चुकी है। साल 2020 तक सभी ट्रेन की स्पीड बढ़ाने की कोशिश जारी है। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाकर हवाई जहाज से मुकाबले की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2020 तक ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट खत्म हो जाएगा और लोगों को कन्फर्म टिकट मिलने लगेगा।
हमारी कोशिश साल 2023 तक बुलेट ट्रेन को ट्रैक पर लाने की है। आगामी समय में तेजस, हमसफर, उदय आदि ट्रेनें चलाए जाएंगे। शिकायत, टिकट कैंसिल के लिए एप्प बना रहे हैं। रेलवे की तस्वीर आने वाले समय में बदल देंगे। रेल मंत्री ने कहा कि रेल यात्रियों को सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे के अफसर एक हफ्ते लोगों से मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि ट्रेनों, प्लेटफॉर्मों की साफ सफाई पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। स्वच्छ करना हमारी जिम्मेदारी है लेकिन अस्वच्छ करना लोगों की बन गई है। रेलवे की ओर से सफाई को लेकर पूरा फोकस है।
उन्होंने कहा कि रेलवे में फंडिंग की समस्या को दूर किया गया है और जल्द ही रेलवे देश के दूसरे सेक्टरों की सेहत दुरुस्त करने में मदद करेगा। अभी रेलवे में निजी निवेश की शुरुआत हुई है और आगामी सालों में इसमें काफी सुधार दिखने की उम्मीद है। आनेवाले समय में प्रोजेक्टों को और तेजी से लागू किया जाएगा।
5 लाइनों के लिए 11000 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
रेल मंत्री ने यह भी कहा कि मैं ट्रांसफर, पोस्टिंग के काम में नहीं फंसता हूं। हमें चुनौतियों से लड़ना है और चुनाव ध्यान में नहीं है।