नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं की ओर से दिए गए बयान पार्टी की आधिकारिक राय नहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मसले पर कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का प्रस्ताव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान ही पार्टी की असल राय को दर्शाते हैं।
जयराम रमेश ने ‘एक्स’ (X) पर पोस्ट करते हुए कहा, “जो भी व्यक्तिगत कांग्रेस नेता बयान दे रहे हैं, वह उनकी अपनी राय है। कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक रुख केवल सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयानों में झलकता है।”
‘अहम वक्त में एकता जरूरी’: जयराम रमेश
स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए रमेश ने कहा, “इस घटना में सुरक्षा व्यवस्था में चूक और इंटेलिजेंस फेल्योर (खुफिया विफलता) हुई है। मगर इस समय हमें एकता, समानता, सामूहिक संकल्प और सरकार तथा विपक्ष के बीच लगातार बातचीत की ज़रूरत है। हमें एकजुट होकर खड़े होना चाहिए।”
उन्होंने पार्टी नेताओं से अपील की कि इस नाजुक वक्त में स्वतंत्र रूप से बयानबाजी से बचें और ज़ोर देते हुए कहा, “इस समय किसी अन्य नेता के बयान की कोई दरकार नहीं है।
सीडब्ल्यूसी प्रस्ताव और शीर्ष नेताओं के बयान ही पार्टी की असली राय
कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के विवादित बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए जयराम रमेश ने कहा, “कुछ ऐसे कांग्रेस नेताओं ने, जो अतीत में अहम ओहदों पर रहे हैं, अपने निजी विचार जाहिर किए हैं। कांग्रेस पार्टी इन बयानों से पूरी तरह दूरी बनाती है। इस बेहद संवेदनशील दौर में केवल कांग्रेस कार्यसमिति का प्रस्ताव और कांग्रेस अध्यक्ष तथा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की ओर से दी गई प्रतिक्रियाओं को ही पार्टी का आधिकारिक बयान समझा जाए।”
जयराम रमेश ने बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक 24 अप्रैल को हुई थी, जिसमें पहलगाम में पर्यटकों पर हुए दरिंदगी भरे आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई थी। इसके बाद 25 अप्रैल को मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने सर्वदलीय बैठक में पार्टी का दृष्टिकोण सामने रखा था।
‘पाकिस्तान की साजिश, हिंदुओं को निशाना बनाया गया’: कांग्रेस कार्य समिति
जयराम रमेश ने दोहराया कि “इस मसले पर किसी तरह का कोई शक नहीं होना चाहिए कि सिर्फ कांग्रेस कार्यसमिति का प्रस्ताव, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और अधिकृत एआईसीसी पदाधिकारियों के बयान ही कांग्रेस पार्टी की आधिकारिक राय हैं।”
कांग्रेस कार्यसमिति ने अपने प्रस्ताव में मांग की थी कि पहलगाम आतंकी हमले में खुफिया तंत्र की विफलता की गहन जांच करवाई जाए। साथ ही कहा था कि इस हमले में हिंदुओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया ताकि मुल्क में नफरत और हिंसा का माहौल फैलाया जा सके। कार्यसमिति ने यह भी कहा था कि इस बर्बर हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश है।