दमोह [TNN]लोकसभा के आम चुनाव का माहौल इस समय गर्माया हुआ है राजनैतिक दल अपनी-अपनी रणनीति के तहत पूरी शक्ति को झोंकने में लगे हुये हैं तो वहीं गढ बचाने और भेदने के लिये विशेष प्रकार की रणनीतियों को रणनीतिकार बना एवं अपना रहे हैं। देश के लगभग तीन दर्जन से अधिक एैसे संसदीय क्षेत्र बतलाये जाते हैं जहां सबकी निगाहें हैं तो मध्यप्रदेश में भी कुछ एैसे क्षेत्र हैं जहां सबकी नजर लगी हुई है इनमें दमोह संसदीय क्षेत्र क्रमांक 07 का नाम भी सम्मिलित है। मध्यप्रदेश के दो कदवर मंत्रियों वाले इस क्षेत्र से राष्ट्रीय स्तर के नेता एवं पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटैल को उतार भाजपा ने विभिन्न प्रकार के कयासों एवं चर्चाओं पर विराम लगा दिया था। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने एक एैसे प्रत्यासी को मैदान में उतारा जिसका नाम जनता तो दूर की बात कांगे्रस के ही अनेक नेताओं के लिये नया बतलाया जाता रहा। इसी क्रम में समाजवादी विचारधारा से प्रवाहित होकर अपने राजनैतिक जीवन की शुरूआत करने फिर कांग्रेस तथा हाल ही में आम आदमी पार्टी का दामन थामने वाले संतोष भारती आप की ओर मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
क्या होगा परिणाम यह तो मतगणना के बाद सामने होगा परन्तू हवा के रूख से सब परिचित दिखलायी दे रहे हैं। देश के साथ ही क्षेत्र भी नमों के रंग में दिखलायी दे रहा है जबकि कांग्रेस का प्रभाव ठीक देश के सर्वे परिणामों के तरफ ईशारा कर रहा है। बात करें प्रचार की तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कौन आगे और कितना पीछे है। जब तक कांग्रेस प्रचार की शुरूआत करती तब तक प्रहलाद अपनी एवं भाजपा की रणनीतिकारों के तहत कार्य करते हुये थोडा नहीं अपितु काफी आगे निकल चुके थे। कांगे्रस के प्रचार का ेगति देने के लिये उसने अपने कदवर नेता मुकेश नायक को कमान दी जिसकी शुरूआत वह कर ही चुके हैं। इन्होने प्रहलाद के प्रचार को टक्कर देने के लिये उडनखटोले का सहारा लिया। सूत्रों की माने तो जो चर्चा उभर कर सामने आयी तो वह यह है कि कांग्रेस प्रत्यासी महेन्द्र प्रताप सिंह की नजदीकियां भारतीय जनता पार्टी से बढ रही हैं? इसी पर नजर रखने तथा कोई बडा घटनाक्रम जिसकी आशंका व्यक्त की जा रही है न हो जाये इसी बात को लेकर श्री नायक को लगा गया है?
क्या कहता है इतिहास –
अगर क्षेत्र के इतिहास पर नजर डालें तो यहां पर 5 बार कांग्रेस,1 बार भारतीय लोकदल,7 बार भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराया है। वैसे 1989 से लेकर वर्तमान तक भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में दमोह सीट बनी हुई है। यहां विजयश्री का वरण करने वालों के नामों पर नजर डालें तो 1962 में कांग्रेस की सहोद्रा बाई,1967 में कांग्रेस के एमजेबी पटैल,1971 में कांग्रेस की टिकिट पर पूर्व राष्ट्रपति के पुत्र वाराह गिरी शंकर गिरी,1977 में भारतीय लोकदल से नरेन्द्र सिंह यादवेन्द्र सिंह,1980 में कांग्रेस के प्रभुनारायण टण्डन,1984 में डालचंद्र जैन,1989 में भारतीय जनता पार्टी के लोकेन्द्र सिंह,1991 में भारतीय जनता पार्टी से डा.रामकृष्ण कुसमरिया,1996 में भारतीय जनता पार्टी से डा.रामकृष्ण कुसमरिया,1998 में भारतीय जनता पार्टी से डा.रामकृष्ण कुसमरिया,1999 में भारतीय जनता पार्टी से डा.रामकृष्ण कुसमरिया,2004 में भारतीय जनता पार्टी के चन्द्रभान सिंह लोधी,2009 में भारतीय जनता पार्टी शिवराज सिंह लोधी ने जीत प्राप्त की थी।
कहां कितने मतदान केन्द्र एवं मतदाता-
जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार दमोह संसदीय क्षेत्र क्रमांक 07 के तहत आने वाली विधान सभा क्रमांक 38 देवरी में 222 मतदान केन्द्र, 101238 पुरूष एवं 88908 महिला यानि 190146 मतदाता ,क्रमांक 39 रहली में 248 मतदान केन्द्र,114220 पुरूष,99478 महिला अर्थात् 213698,क्रमांक 42 बण्डा में 245 मतदान केन्द्र में 115600 पुरूष,98615 महिला यानि 214215 मतदाता,क्रमांक 53 मलहरा में 231 मतदान केन्द्र में 105154 पुरूष,87507 महिला अर्थात् 192661 मतदाता,विधानसभा क्रमांक 54 पथरिया में 253 मतदान केन्द्र में 107915 पुरूष,93491 महिला यानि 201334 मतदाता,विधानसभा क्रमांक 55 में 255 मतदान केन्द्र में 115169 पुरूष,102284 महिला यानि 217453 मतदाता,विधानसभा क्रमांक 56 जबेरा में 255 मतदान केंन्द्र में 106099 पुरूष,95501 महिला अर्थात् 201600 मतदाता एवं विधानसभा क्रमांक 57 हटा में 251 मतदान केन्द्र में 109605 पुरूष,95340 महिला यानि 204945 मतदाता बतलाये जाते हैं। देखा जाये तो आठों विधानसभाओं के 1960 मतदान केन्द्रो में 875000 पुरूष एवं 761052 महिला अर्थात् 1636053 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
किससे के पास क्या निशान-
जिला निर्वाचन अधिकारी श्री ङ्क्षसह ने बताया कि दमोह लोकसभा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिये अंतिम रूप से शेष 10 अभ्यर्थियों में से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य राजनैतिक दलों के उम्मीदवारों क्रमश: देवेन्द्र चौरसिया (बहुजन समाज पार्टी) को हाथी, प्रहलाद ङ्क्षसह पटैल (भारतीय जनता पार्टी) को कमल, चौधरी महेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह (इंडियन नेशनल कांग्रेस) को हाथ, रजिस्ट्रीकृत राजनैतिक दलों (मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य राजनैतिक दलों से भिन्न) के उम्मीदवारों क्रमश: दीवान उपेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह (राजा साब) (भारतीय शक्ति चेतना पार्टी) को बांसुरी, संतोष भारती (आम आदमी पार्टी) को झाड़ू तथा अन्य प्रत्याशियों में क्रमश: अनंत लाल बसोर (निर्दलीय) को आटो-रिक्शा, इरफान खान (निर्दलीय) को बैटरी टार्च, डॉ.गुलामखान मास्टर (निर्दलीय) को पतंग, प्रहलाद ङ्क्षसह पटैल (निर्दलीय) को फलों से युक्त टोकरी एवं प्रहलाद ङ्क्षसह लोधी (निर्दलीय) को फूलगोभी चुनाव प्रतीक चिन्ह आवंटित किया है।
2009 में किसको मिले कितने मत –
गत लोकसभा चुनाव के परिणामों पर नजर डालें तो यहां 1989 में अपने कब्जे में संसदीय क्षेत्र को लेने वाली भारतीय जनता पार्टी ने इस पर अपना कब्जा 2009 में भी बनाये रखा था। निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 प्रत्यासियों ने अपना भाग्य आजमाया था। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के शिवराज भैया ने 302673 मत प्राप्त कर विजय प्राप्त की थी। वहीं इनके निकटतम प्रत्यासी भाजपा से निष्काशित एवं कांग्रेस से चुनाव लडने वाले चन्द्रभान भैया 231796 मत प्राप्त किये थे। जबकि समाजवादी पार्टी की अहिर कमला यादव को 7826,जीएसएम के काशीराम कमलेश धुर्वे को 5994,आरडीएमपी के भागीरथ कुर्मी को 1327,बीजेबीपी के मनोज देवलिया को 1253,एसव्हीएसपी के शिवराज भैया को 1136,जीजीपी के हरिराम ठाकुर को 2992,निर्दलीय गप्फार अली को 1311,गोपाल भैया को 1794,चन्द्रभान भैया को 1600,चन्द्रभान भैया को 2995,जयंत भैया 7005,जानकी को 4815,नन्ने लाल को 3892,रामफूल दहायत 6760,राजपूत को 2123,शिवराज भैया बडे ठाकुर 3666,शिवराज को 3870 एवंं शिवराज सींग को 1770 मत प्राप्त हुये थे।
शपथ पत्र में किसके क्या –
प्रहलाद पटैल
राजनैतिक दल भारतीय जनता पार्टी
शिक्षा-बीएससी,एलएलबी
अपराधिक रिकार्ड- निरंक
संपत्ति-3.25 करोड रूपये
नगदी-75 हजार
बैंक में जमा राशि -4.77 लाख रूपये
जेवरात -41.30 लाख रूपये
कृषि भूमि -3.11 कडोर रूपये
आवासीय भवन-2.00 कडोर रूपये
परिवार -स्वयं एवं पत्नि,पुत्र,पुत्री के पास एवं नाम पर सम्पत्ति 3.25 करोड रूपये
महेन्द्र प्रताप सिंह पटैल
शिक्षा-एमकॉम
अपराधिक रिकार्ड- निरंक
ंसंपत्ति-2.84 करोड
नगदी-दो लाख रूपये
जमा राशि-9.81 लाख रूपये
जेवरात-21 लाख रूपये
कृषि भूमि-2.13 करोड रूपये
आवासीय भवन-25 लाख रूपये
परिवार-स्वयं एवं पत्नि बच्चों के नाम 2 करोड 84 लाख 79 हजार 387 रूपये की सम्पत्ति।
रिपोर्ट :- डा.लक्ष्मीनारायण वैष्णव