खंडवा: मध्यप्रदेश कांग्रेस के सीनियर लीडर मनोहर बैरागी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर पलटवार करते हुआ उसे राजनैतिक स्टंट करार दिया हैं। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों को लेकर यह बात कहीं हैं। हालांकि उन्होंने भगवत के बयान का स्वागत करते हुआ कहा कि उन्हें यह बात देर से समझ आई जबकि कांग्रेस शुरू से यहीं बात कहती आई हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कल एक कार्यक्रम में भारत में सभी धर्मों के लोगों का डीएनए एक होने की बात कहीं। लेकिन यह बात अब किसी भी राजनैति क दल के भी गले के नीचे नहीं उतर रही है। आज एक कार्यकर्म में खंडवा पहुंचे मध्यप्रदेश कांग्रेस के सीनियर लीडर और प्रदेश कांग्रेस सहप्रभारी मनोहर बैरागी ने भी मोहन भागवत के बयान पर सवाल खड़े करते हुए उसे राजनीतिक स्टंट करार दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव है और वहां मुस्लिम मतदाताओं का प्रतिशत ज्यादा है। बैरागी ने कहा कि मोहन भागवत को यह बात आज समझ में आई है जब की कांग्रेस शुरू से ही भारत में गंगा जमुनी तहजीब की बात करती आई हैं। हालांकि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान का स्वागत भी किया उन्होंने कहा की देर आए दुरुस्त आए। बैरागी ने कहा की कांग्रेस का स्टेंड शुरू से ही सेकुलरिज्म है। उन्होंने आरएसएस की स्थापना और उनकी नीतियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा की आरएसएस के पहले सर संघ चालक गोवलकर ने अपनी किताब में लोकतंत्र का विरोध किया था। बैरागी ने कहा की भाजपा या संघ सरदार पटेल की भले ही सबसे ऊँची प्रतिमा बनवा ले लेकिन पटेल ही ही इन पर बैन लगाया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस के सत्ता में आने पर फिर से आरएसएस पर बैन लगेगा तो उन्होंने कहा यह वक्त की बात है उस समय जो होगा देखा जाएगा।