भोपाल- पूरी तरह कोमा में जा चुकी मीडियाई आॅक्सीजन पर सांस ले रही मप्र कांग्रेस में कलह अब भी जारी है। 194 की लिस्ट के बाद घमासान शुरू हो गया है। लगातार तीसरी बार उपाध्यक्ष बनाए गए वरिष्ठ नेता डॉ.गोविंद सिंह ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है, तो अल्पसंख्यक वर्ग की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पूर्व सचिव अकबर बेग ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर नाराजगी जाहिर की है।
शुक्रवार को 194 पदाधिकारियों की घोषित प्रदेश कांग्रेस कमेटी में पद न मिलने वालों की तरह कुछ ऐसे नेता भी नाराज हैं, जिन्हें पद मिला है। उपाध्यक्ष डॉक्टर सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए महासचिव प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश से बात की, लेकिन उन्होंने अभी इस्तीफे जैसा कदम न उठाने की सलाह दी है। महामंत्री बनाए गए पीसी शर्मा के समर्थक भी असंतुष्ट हैं। वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील संगठन में जगह न मिलने से नाराज बताए जा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह के विदेश से लौटने के बाद नाराज नेता लामबंद हो सकते हैं। उधर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामेश्वर नीखरा का कहना है कि नई कार्यकारिणी में टीम कांग्रेस की झलक है। जातीय, क्षेत्रीय और गुटीय समीकरणों का बेहतर समन्वय है। युवाओं को भरपूर मौका मिला है। अब जो कमियां हैं, उन्हें आपसी चर्चा से दूर कर लेंगे।
लगातार तीन कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष रहे लहार विधायक डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं का पहले की तरह सम्मान नहीं है। किसी भी निर्णय से पहले चर्चा तक नहीं की जाती। बैठकें होना बंद हो गई हैं। हमने तो एक साल पहले भी कहा था कि हमें पद पर नहीं रहना है, लेकिन फिर उपाध्यक्ष बना दिया। कई वरिष्ठ नेताओं को मौका न देने पर कहा कि जो गुलामी कर रहे हैं उन्हें मौका दिया जा रहा है। यही वजह है कि कार्यकारिणी से इस्तीफा देने का मन बना लिया है।
भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष पीसी शर्मा के समर्थक उन्हें महामंत्री बनाने से संतुष्ट नहीं हैं। समर्थकों का कहना है कि किसी और को जिला कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने के लिए उन्हें चलता किया गया है, जबकि पहले के अध्यक्ष कम से कम दो टर्म पूरा करते रहे हैं। भोपाल में कांग्रेस के एकमात्र विधायक व अल्पसंख्यक चेहरा आरिफ अकील उपाध्यक्ष नहीं बनाए गए। इसके चलते वे और उनके समर्थक नाराज हैं।
ज्ञात हो कि पार्टी में एक धड़ा अकील की गतिविधियों से नाराज चल रहा है। नगर निगम, भोपाल में उनके समर्थकों पर भाजपा का साथ देने का आरोप है। पूर्व सचिव अकबर बेग ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए पत्र में कहा है कि सक्रिय अल्पसंख्यक नेता आरिफ अकील, असलम शेर खान, जहीर अहमद, आरिफ मसूद, नासिर इस्लाम, सैय्यद अहमद सुरूर सहित अन्य नेताओं को दरकिनार किया गया है। एक भी महिला अल्पसंख्यक को कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई। बरसों तक प्रदेश उपाध्यक्ष रहे मानक अग्रवाल को भी बिना किसी वाजिब कारण के हटा दिया गया।