कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती के उनपर लगाए आरोपों को खारिज किया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैं कांग्रेस और बीएसपी के बीच गठबंधन का समर्थक हूं। छत्तीसगढ़ में उनकी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बात हो रही थी लेकिन उन्होंने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया।
इसी तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस और बीएसपी के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी लेकिन यहां भी उन्होंने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया।’
बीजेपी का एजेंट होने के आरोपों पर दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैं नरेंद्र मोदी, अमित शाह, बीजेपी और आरएसएस का सबसे बड़ा आलोचक हूं। राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, हम सभी उनका कहा मानते हैं।’
दरअसल बुधवार को ही मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ‘कांग्रेस घमंडी हो गई है और उसे गलतफहमी है कि वो बीजेपी को अकेले अपने दम पर हरा देगी। लेकिन सच्चाई यह है कि लोग कांग्रेस को उसकी गलतियों और भ्रष्टाचार के लिए भूले नहीं हैं।’
बीएसपी अध्यक्ष ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह जो बीजेपी के एजेंट हैं। उन्होंने बयान दिया है कि मायावती को केंद्र की तरफ से प्रेशर है इसलिए वो गठबंधन करना नहीं चाहतीं। यह निराधार है।
दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेसी नेता नहीं चाहते कि कांग्रेस-बीएसपी का गठबंधन हो। वो सीबीआई, ईडी की तरह डरे हुए हैं।’