बिलासपुर : छ्त्तीसगढ़ के बिलासपुर में कांग्रेस नेता पवन दुबे को वॉट्सऐप पर अनुच्छेद 370 हटाने के संबंध में अश्लील विडियो भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उनके खिलाफ पार्टी की महिला नेताओं ने ही शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
बिलासपुर जिले के पेंड्रा गौरेला क्षेत्र की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा तिवारी ने बताया कि कांग्रेस के जिला संयुक्त सचिव ने सोशल मीडिया वॉट्सऐप के एक ग्रुप में आपत्तिजनक और अश्लील वीडियो शेयर किया था।
एएसआई ने बताया, ‘पवन दुबे ने वॉट्सऐप ग्रुप पर एक अश्लील मेसेज भेजा था और सबूतों के आधार पर आईपीसी और आईटी ऐक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। यह विडियो अनुच्छेद 370 को लेकर था और इसमें एक बुर्का पहने हुए महिला थी।’
उन्होंने बताया कि पेंड्रा, गौरेला और मरवाही के ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया है। इसमें महिला नेताओं के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता भी जुड़े हुए हैं।
बीते दिनों कांग्रेस के जिला संयुक्त सचिव पवन दुबे ने एक पॉर्न वीडियो इस ग्रुप में शेयर कर दिया।
दुबे ने सोशल मीडिया में एक युवती का अश्लील विडियो पोस्ट किया था और ‘अनुच्छेद 370 हटने के बाद आया पहला रुझान’ लिखा था।
इस विडियो को देखकर महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी पदाधिकारियों के समक्ष आपत्ति जताई और आरोपी पवन दुबे को विडियो हटाकर वॉट्सऐप ग्रुप में माफी मांगने की हिदायत दी।
पवन दुबे द्वारा विडियो नहीं हटाने पर ब्लॉक कांग्रेस की अध्यक्ष सहित अनेक महिला नेताओं ने मामले की शिकायत गौरेला थाने में दर्ज करा दी।
गौरेला पुलिस ने आरोपी पवन दुबे के खिलाफ धारा 292 और आइटी ऐक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को पुलिस ने आरोपी पवन दुबे को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया गया है।