भारत निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर कर्नाटक कांग्रेस के नेता वी एस उगरप्पा ने सवाल उठाया है। उगरप्पा ने चुनाव आयोग को केंद्र सरकार के हाथों की कठपुतली बता डाला है।
उन्होंने कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट के सामने आज चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखा था और कहा कि कर्नाटक में अयोग्य करार दिए गए सभी विधायकों के उप चुनाव में उम्मीदवार बनने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। यह साफ दिखाता है कि इलेक्शन बॉडी केंद्र सरकार की कठपुतली हो चुकी है।’
उरगप्पा ने साथ ही कहा कि चुनाव आयोग का यह निर्णय हाल ही में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की नई दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद सामने आया है।
सुप्रीम कोर्ट में इलेक्शन कमीशन द्वारा जवाब प्रस्तुत किया गया है कि ‘चुनाव स्थगित नहीं हो सकते हैं। राज्य के स्पीकर विधायकों को अयोग्य घोषित कर सकते हैं लेकिन पूर्व विधायकों को चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकते हैं।’
बता दें कि कर्नाटक की गठबंधन सरकार से कांग्रेस और जनता दल(सेक्यूलर) के 17 विधायकों द्वारा इस्तीफा दे दिया गया था। इसके बाद राज्य सरकार गिर गई थी।
इस इस्तीफे के बाद खाली हुई सीटों पर उपचुनाव होना है। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ ही 21 अक्टूबर को इन सीटों पर मतदान कराने का फैसला लिया है। 24 अक्टूबर को इन सीटों पर मतगणना होगी।