कांग्रेस पार्टी ‘राम वन गमन पथ यात्रा’ निकालने की योजना बना रही है। ये यात्रा उसी रास्ते पर निकाली जाएगी जहां भगवान राम 14 साल के वनवास के दौरान होकर गुजरे थे।
माना जा रहा है कि इस यात्रा को मंगलवार तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। यहां बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब चुनाव के समय पार्टियों को ‘राम वन गमन पथ’ यात्रा निकालने की याद आई हो। इससे पहले मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में प्रदेश में राम वन गमन पथ यात्रा निकालने योजना बनाई थी, लेकिन ये योजना फाइलों में ही सिमटकर रह गई।
पिछले उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले केंद्र की मोदी सरकार ने भी उत्तर प्रदेश में अयोध्या से चित्रकूट तक राम वन गमन यात्रा निकालने की योजना बनाई थी।
मामले में कांग्रेस नेता हरिशंकर शुक्ला ने बताया, ‘राज्य में चुनाव से पहले हम भगवान राम का आशीर्वाद चाहते हैं। ‘राम वन गमन पथ यात्रा निकालने के पीछे हमारा यही मकसद है।’
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘हम एक खुली रथ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें हिंदू संत बैठेंगे। यात्रा के दौरान अखंड मानस पाठ और भजन चलाए जाएंगे। यात्रा चित्रकूट से शुरू होने की संभावना है।’
कांग्रेस नेता हरिशंकर शुक्ला ने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि पार्टी विकास करने में फेल हो रही है। जमीन पर कुछ किया बिना भी विभिन्न पोजेक्ट्स को छोड़ दिए गए।
उन्होंने कहा, ‘मैं पार्टी को हमारे घोषणापत्र में राम वान गामन पथ को पूरा करने का अनुरोध करूंगा।’ वहीं कांग्रेस की यात्रा पर भाजपा मध्य प्रदेश कल्चर सेल के इंचार्ज कमेश शर्मा ने निशाना साधा है।
भाजपा प्रवक्ता राहुल कोठारी ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस को किसी मुद्दे के बिना वाली पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भगवान राम के नाम पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राम के बारे में इसलिए सोच रही है क्योंकि मध्य प्रदेश हिंदू बहुल राज्य है।