नई दिल्लीः मोदी सरकार के भ्रष्टाचार और उसकी विफलता पर जनता का गुस्सा दिखाने के लिए कांग्रेस रविवार (28 अप्रैल, 2018) को यहां जन आक्रोश रैली करने जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के अन्य प्रमुख नेता रामलीला मैदान में रैली को संबोधित करेंगे। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और अशोक गहलोत ने कहा कि रामलीला मैदान में आयोजित होने वाली रैली में किसानों, महिलाओं, राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों और रेल मंत्री पीयूष गोयल की अनियमितता, मध्यप्रदेश का व्यापमं घोटाला, सीबीएसई पेपर लीक और खनन से संबंधित मुद्दों को उठाया जाएगा। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और अन्य नेता रैली को संबोधित करेंगे। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, “हम इस रैली का आयोजन वर्तमान हालात से गुजर रहे देश के प्रत्येक नागरिक की व्यथा और उसके गुस्से को आवाज देने के लिए कर रहे हैं।”
सुरजेवाला ने कहा, “रैली का मकसद देश में समग्र परिवर्तन और जागृति लाना है। इसके जरिए किसानों के गुस्से, महंगाई, महिला सुरक्षा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाक के नीचे हो रहे भ्रष्टाचार को सामने लाया जाएगा।” देश में किसानों की खस्ताहाली को रेखांकित करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें न तो ऋण में कोई छूट मिली और न ही उचित अधिकार। उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतें आम आदमी की जिंदगी को प्रभावित कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने पिछले चार सालों में तेल पर उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क से 10 लाख करोड़ रुपये इकठ्ठे किए। कहां है वह पैसा?”
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा और दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर भी लोगों में गुस्सा है। सुरजेवाला ने कहा, “जिस तरीके से कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल को हित संघर्ष व अनियमितता के एक मामले में संलिप्त पाया गया और जिस तरह से मोदी मॉडल के तहत 10 रुपये का एक शेयर 5,700 रुपये में बेचा गया.. और मंत्री व उनके परिवार ने इसे हर किसी से छिपा कर रखा..इन सब को लेकर देश में गुस्सा है।” उन्होंने केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार ने भारतीय क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर क्यों कोई कदम नहीं उठाया।