नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। गांधी ने पीएम से इसी सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पास कराने की मांग रखी है। राहुल ने चिट्ठी में कहा है, ”संसद के आगामी मॉनसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित कराना सुनिश्चित करने के लिए आपका समर्थन पाने के लिए मैं यह पत्र लिख रहा हूं।” महिला आरक्षण विधेयक में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव किया गया है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के शासन काल में राज्यसभा में यह विधेयक पारित हुआ था और अभी लोकसभा में पारित होना बाकी है। संसद के दोनों सदनों में महज 96 महिला सदस्य हैं। लोकसभा में 543 सदस्यों में सिर्फ 65 महिला सदस्य हैं और राज्यसभा के 243 सदस्यों में सिर्फ 31 महिला सदस्य हैं।
Our PM says he’s a crusader for women’s empowerment? Time for him to rise above party politics, walk-his-talk & have the Women’s Reservation Bill passed by Parliament. The Congress offers him its unconditional support.
Attached is my letter to the PM. #MahilaAakrosh pic.twitter.com/IretXFFvvK
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 16, 2018
पिछले दिनों महिला संगठनों ने सरकार से संसद के मानसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित करवाने की मांग की थी। दिल्ली प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम में देशभर से महिला संगठन इकट्ठा हुए थे। सेंटर फॉर सोशल रिसर्च की डायरेक्टर डॉ. रंजना कुमारी ने कहा, “महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने के लिए सरकार के पास यह आखिरी मौका है। अगर यह मौका गंवाया गया तो वे इसे पूरा नहीं कर पाएंगे। हमने वर्षो से इसके लिए संघर्ष किया है और यह न्याय पाने का वक्त है और हमें न्याय चाहिए।”
महिला आरक्षण विधेयक पारित करवाने की मांग को लेकर पूरे देश में महिला संगठनों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। नेशलन एलायंस फॉर वुमेन रिजर्वेशन बिल ने व्यापक अभियान शुरू किया जिसके तहत महिला आरक्षण विधेयक पारित करवाने की मांग करते हुए 5,000 से भी ज्यादा पत्र प्रधानमंत्री को भेजा गया। एलायंस ने सभी राजनीतिक दलों, नेताओं और मशविरा प्रदान करने वाले बुद्धिजीवियों के लिए वुमेन चार्टर जारी किया है जिसमें अन्य मांगों के साथ-साथ महिला आरक्षण विधेयक पारित करवाने की मांग की गई है।