कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि एनडीए के सफल होने का कारण “एक मजबूत, एकजुट विपक्ष की अनुपस्थिति” है, और इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पार्टी का एक “हानिकारक साबित होगा।”
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी से नया प्रमुख चुनने की अपील की है। माना जा रहा है कि वे इस्तीफा देने वाली हैं।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि सोनिया गांधी ने साफ कर दिया है कि वे आगे कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष के पद पर नहीं रहना चाहती हैं।
बता दें कि सोनिया गांधी को 2019 के आम चुनावों में हार के बाद तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।
हालांकि सोमवार को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अंतरिम अध्यक्ष ही नियुक्त किये जाने की बात कही जा रही है क्योंकि सूत्रों के मुताबिक पूरी पार्टी के नये अध्यक्ष की नियुक्ति कांग्रेस के आंतरिक चुनावों के बाद ही की जा सकती है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सोमवार को होने वाली बैठक में राहुल गांधी के कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनने की संभावना है। पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कांग्रेस के कई नेता खुलकर यह मांग कर चुके हैं कि एक बार फिर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपी जाए।
हाल ही में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि कांग्रेस के 100 फीसदी कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल गांधी फिर से पार्टी का नेतृत्व करें।
बैठक से पहले, पार्टी के भीतर अलग-अलग आवाज़ें उभर रही हैं। इस संबंध में 300 से अधिक पार्टी नेताओं ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भी लिखा था।
इस पत्र में पूर्व मंत्रियों सहित कुछ कांग्रेस नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को संगठनात्मक ढांचे और नेतृत्व में बदलाव के लिए भी लिखा है।
कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि एनडीए के सफल होने का कारण “एक मजबूत, एकजुट विपक्ष की अनुपस्थिति” है, और इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पार्टी का एक “हानिकारक साबित होगा।”
उन्होंने आगे कहा कि गांधी परिवार “भूमिका के लिए फिट” है क्योंकि परिवार ने “ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से देश की प्रगति में बहुत बड़ा योगदान दिया है।”
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी राहुल गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी की कमान संभालने का आग्रह किया है।
हालांकि पिछले एक साल में राहुल गांधी ने संसद से लेकर कांग्रेस मुख्यालय में कई बार मीडिया में इस बात को दोहराया है कि वो कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनना चाहते। एक सांसद और कार्यकर्ता की तरह वो पार्टी द्वारा दिए काम को करते रहेंगे।