लखनऊ: सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में 2007 के गुजरात के शहाबुद्दीन एनकाउंटर केस बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को आरोपों से मुक्त किया है। यद्यपि अमित शाह ने सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में और इससे पहले हाईकोर्ट ने बरी किया है।
यह सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के फैसले से स्पष्ट हो गया है की गुजरात के शहाबुद्दीन एनकाउंटर केस को लेकर कांग्रेस के लोग पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह दोनों को टारगेट करके उन्हें अपराधिक मामले में फंसाने के साथ पूरे देश में बदनाम करने में लगे हुए थे।
अमित शाह ने इस मामले में पहले ही स्पष्ट रूप से कहा था न्यायालय में निष्पक्ष विवेचना हो। आज सीबीआई ने भी मान लिया की यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है और एक बड़ा षड्यंत्र था, जो कांग्रेसी नेताओं द्वारा किया गया था, जो कि तत्कालीन यूपी गवर्नमेंट में सोनिया गांधी की किचन केबिनेट के लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे थे।
इसी विषय पर आज मुख्यमंत्री योगी मीडिया से मुखातिब हुए उन्होंने कहा कि हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश किया है। कोर्ट के फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ऐसा षडयंत्र रच रही थी।
मुख्यमंत्री योगी ने सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलते हुए उनकी सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर षड्यंत्र के तहत बदनाम करने की साजिश की है।
मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट कहा कि कांग्रेस पार्टी को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए और इस महत्वपूर्ण विषय पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री के कार्य कुशलता की बढ़ाई करते हुए कहा कि उन्होंने देश की जनता के सामने विकास के मामले में सुशासन की नींव रखी है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लंबे समय तक गुजरात में विकास के साथ शासन किया और आम जनता को लाभ पहुंचाया।
@शाश्वत तिवारी