भोपाल की बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कांग्रेस भड़क उठी है। पार्टी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि प्रज्ञा ठाकुर को संसद में नहीं बल्कि हमेशा के लिए मंदिर की ज़िम्मेदारी दे दी जाए। अगर वो भी ना बने तो पार्षद बना दें।
प्रज्ञा ठाकुर फिर अपने बयान के कारण आज चर्चा में आ गयीं। भोपाल में बाबूलाल गौर और अरुण जेटली की श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं की मौत के पीछे विपक्ष का हाथ है तो कांग्रेस तिलमिला उठी।
कमलनाथ सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सीधे पीएम नरेन्द्र मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि इसका जवाब तो पीएम साहब को देना चाहिए कि कैसे-कैसे लोगों को सांसद बना दिया। प्रज्ञा ठाकुर को तो किसी मंदिर की जवाबदारी दे देना चाहिए।
इसी में भगवान और जनता दोनों का भला होगा। अगर प्रज्ञा से ये भी ना बने तो उन्हें पार्षद बना दिया जाए।
कमलनाथ सरकार के दूसरे मंत्री जीतू पटवारी ने कहा, आज के युग में इस तरह की अंधविश्वासी बातें करना ठीक नहीं है। उन्होंने तो प्रज्ञा ठाकुर की सोच को दुख देने वाला बताया।
जीतू पटवारी ने कहा, जब बीजेपी नेताओं के दुनिया से अलविदा कहने पर देश गमगीन है, ऐसे माहौल में इस तरह के बेतुके बयान से नेताओं को बचना चाहिए।
कांग्रेस ने बीजेपी नेता प्रभात झा के उस बयान पर भी दुख जताया है। जिसमें प्रभात झा ने अगस्त महीने को मनहूस करार दिया है।
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि दुनिया में आना और जाना विधि विधान का लेखा होता है। इसके लिए किसी महीने को मनहूस बताना ठीक नहीं है।
दरअसल अगस्त महीने में बीजेपी के तीन बड़े नेता सुषमा स्वराज, बाबूलाल गौर और अरुण जेटली का निधन हो गया। बीजेपी नेता इस महीने को मनहूस बता रहे हैं।