नई दिल्लीः कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था के मुश्किल हालात पर चिंता जताते हुए गुरुवार को फैसला किया कि आर्थिक मंदी के खिलाफ अगले महीने पूरे देश में प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी के खिलाफ राज्य स्तर पर 15 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में यह भी फैसला हुआ कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर राज्यों के स्तर पर पदयात्रा निकाला जाएगी, सदस्यता अभियान शुरू होगा और कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होगा।
बैठक में सोनिया के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा पार्टी के कई महासचिव-प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता शामिल हुए।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था के मुश्किल हालात पर चिंता जताई और कहा कि मौजूदा समय में पार्टी को आंदोलनकारी एजेंडे की जरूरत है। उन्होंने पार्टी महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं कई अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह टिप्पणी की।
कांग्रेस एक सूत्र के मुताबिक सोनिया ने कहा, कांग्रेस को आंदोलनकारी एजेंडे पर चलने की जरूरत है। हमारे संकल्प और संयम की परीक्षा ली जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता जताई। सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद उनकी अगुवाई में यह पहली बैठक रही।