मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को झाबुआ में आभार सभा की। इस दौरान उन्होंने झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत पर झाबुआ की जनता को धन्यवाद दिया। साफ है कि झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत का जश्न मनाने खुद सीएम कमलनाथ पहुंचे थे।
आपको बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को जीत दिलाने के लिए खुद कमलनाथ ने कमान अपने हाथों में ले रही थी। एक तरफ झाबुआ में जीत के लिए सीएम कमलनाथ के अलावा करीब 12 से अधिक मंत्रियों ने डेरा डाला हुआ था, तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई थी, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने उपचुनाव में 27804 हजार वोटों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
उन्होंने पंचायत सम्मलेन को संबोधित करते हुआ कहा कि उनका और झाबुआ की जनता का रिश्ता चुनाव का नहीं बल्कि दिल का है।
झाबुआ की जनता जब जब याद करेगी वो झाबुआ आएंगे। सीएम कमलनाथ ने बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लिया।
सीएम ने कहा कि शिवराज और बीजेपी घोषणाओं की राजनीति करते हैं, लेकिन उनका घोषणाओं में भरोसा नहीं है, जो कुछ होगा जनता के सामने होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि घोषणा से कुछ नहीं होगा। मौजूदा कांग्रेस की सरकार में जनता घोषणा करेगी कि उसका काम हो गया है। 15 साल से झाबुआ समेत पूरा प्रदेश उपेक्षित था।
पिछले सरकार ने प्रदेश को गर्त में धकेल दिया। पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी चुनौतियां हमारे सामने हैं। जबकि युवा तड़प रहा है, उसके हाथों को काम चाहिए। प्रदेश सरकार युवाओं के सपनों को भी पूरा करेगी।
झाबुआ उपचुनाव की जीत ने कांग्रेस और सीएम कमलनाथ का आत्मविश्वास दुगना कर दिया है, तो यहां मिली हार के बाद भाजपा बैकफुट पर है। जबकि झाबुआ सीएम ने कहा कि लोगों ने सच्चाई का साथ दिया है। आप सभी कांग्रेस को और मजबूती दें।
तड़वी, पटेल और कोटवार सरपंच सम्मेलन में सीएम ने लोगों से कहा कि वह झाबुआ के सभी मतदाताओं का सम्मान करते हुए धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने कांग्रेस में भरोसा जताया है।
झाबुआ में सीएम ने कहा कि कमलनाथ सरकार 5 साल नहीं बल्कि 15 साल चलेगी। ये घोषणा करने वाली नहीं बल्कि अपने वादों की पक्की सरकार है।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि 15 साल विकास होता तो आज हजारों लोगों ने जो आवेदन और शिकायती पत्र मुझे दिए हैं उसे देने की जरूरत नहीं पड़ती है।
कई लोगों ने मुझे आवेदन दिए हैं, ये केवल आवेदन नहीं लोगों की उम्मीद है जिसे कांग्रेस सरकार पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी आलोचना करती है, लेकिन सुझाव नहीं देती है। सीएम ने विपक्ष से कहा कि आइए और प्रदेश के विकास के लिए सुझाव दीजिए।
सीएम ने झाबुआ में 3 करोड़ 20 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके साथ 11 नई ग्रामीण पेयजल योजनाओं की स्वीकृति दी है।
झाबुआ में कौशल विकास केन्द्र को भी स्वीकृति प्रदान की गई है, ताकि स्थानीय युवाओं के हाथों को कौशल प्रदान कर उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाए।
ट्राइबल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भी काम शुरू किया जा रहा है। आपको बता दें कि झाबुआ में पेयजल और सिंचाई के लिए लंबे समय से नर्मदा जल की मांग की जाती रही है और इस योजना को जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।
सीएम कमलनाथ से साथ झाबुआ में 6 मंत्री भी पहुंचे थे। गृह मंत्री बाला बच्चन, ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल, कृषि मंत्री सचिन यादव, पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र बघेल, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और संस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ भी मौजूद थीं।
इस दौरान सीएम ने जिले के मेधावी छात्र-छात्रओं का सम्मानित करने के अलावा वन अधिकार पट्टे और विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को पत्र और सामग्री वितरित की।