नई दिल्लीः महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन के मुद्दे पर आयोजित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक अब भी जारी है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बुलाई गई कार्य समिति की अहम बैठक में कांग्रेस के शीर्ष नेता इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं।
किसी विषय पर निर्णय लेने के लिहाज से सीडब्ल्यूसी कांग्रेस का शीर्ष निकाय है। राज्य में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को राज्यपाल द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद से सरकार गठन में कांग्रेस की भागीदारी को लेकर रविवार से ही गहन चर्चा शुरू हो गई थी।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि अगर भाजपा महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद साझा करने के अपने वादे को पूरा करने की इच्छुक नहीं हैं तो गठबंधन जारी रखने का कोई तुक नहीं है।
विपक्षी पार्टियों से संपर्क साध रहे राउत ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को महाराष्ट्र के हित में साझा न्यूनतम कार्यक्रम लाने के लिए अपने आंतरिक मतभेद भुला देने चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने सोमवार को केंद्र की राजग सरकार से अलग होने की घोषणा कर दी।
वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि उनकी किसी से किसी के इस्तीफे के बारे में बातचीत नहीं हुई है। इस विषय में जो भी फैसला होगा वह एनसीपी और कांग्रेस के बीच बातचीत के बाद लिया जाएगा। इससे राज्य में राजनैतिक गतिरोध और बढ़ गया है।
एनसीपी नेता और पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर अभी तक कोई चर्चा या औपचारिक फैसला नहीं किया गया है। बहुत गंभीरता से विचार करने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा।