लखनऊ- यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि जनता बड़ी ना-शुक्री (अहसान फरामोश) होती है। अतीत में उसने बेतहाशा विकास कार्य कराने वाले पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी तक को चुनाव में धूल चटा दी थी। उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार ने हर गरीब आदमी तक खजाने की राहत पहुंचाई है। हालांकि, समय के साथ लोगों ने विकास कार्यों के महत्व को समझना भी शुरू कर दिया है।
आजम ने कहा, मैं समाजवादी सोच के साथ नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से जुड़ा। जब पार्टी से मुझे निकाला गया, उसकी वजह भी आप सभी जानते हैं, लेकिन मैंने कभी किश्ती नहीं बदली।
उम्मीद थी कि नेताजी दुबारा आवाज देकर बुला लेंगे और ऐसा ही हुआ। आज दावे के साथ कह सकता हूं कि अखिलेश सरकार ने जितने विकास के काम कराए, उतने कामों के बारे में सोचने की हिम्मत तक दूसरे दलों के नेता नहीं कर सकते।
बादशाह (नरेंद्र मोदी) ने जनता के नोटों को रद्दी के टुकड़ों में बदल डाला। हर तरफ खौफ का माहौल है, पता नहीं कब घर में रखे गहनों की जांच का फरमान आ जाए। गज-दो गज मकान बढ़ा लिया तो उसे गिराए जाने का डर सता रहा है।
लोग वेनेजुएला की तरह नोटबंदी के फैसले के खिलाफ सड़कों पर नहीं उतर रहे हैं, तो मोदी को लग रहा है कि उनका फैसला सही है। आजम ने कहा, मैं लोगों से यह नहीं कह रहा कि कानून हाथ में लो, मगर अपना अधिकार तो हाथ में ले ही सकते हो। वक्त आने पर इनके खिलाफ फैसला ले सकते हो।
उन्होंने कहा कि जनता भी यह दुआ कर रही है कि अखिलेश यादव न सिर्फ इस कुर्सी पर लंबे समय तक रहें, बल्कि बड़ी कुर्सी (पीएम की कुर्सी) तक भी पहुंचे।
मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 20 फीसदी सालाना लोन पर गरीबों को ई-रिक्शे बांटे। कर्ज चुकाने में रिक्शा लेने वालों का सबकुछ बिक गया।
उन्होंने गंगा और यमुना को गंदा कहने पर भी भाजपा वालों पर निशाना साधा। कहा, नदियां तो सभी मजहब मानने वालों के लिए पाक होती हैं, भाजपा वाले इन्हें धर्म विशेष से जोड़कर बेईमानी भरा काम कर रहे हैं।