नई दिल्लीः कोरोना के नए स्ट्रेन का मामला आने के बाद अब संक्रमण से पीड़ित मरीजो में इस रोग के लक्षण तेजी से बदल रहे हैं। गला, फेफड़ा और दिमाग के बाद इसका असर पेट पर दिख रहा है।
दिल्ली के दो सरकारी अस्पतालों में भर्ती 70 फीसदी कोरोना मरीजों में पेट में दर्द, उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण देखे गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण के बदलते स्वरूप ( स्ट्रेन)से अब लक्षणों में भी बदलाव हो रहा है।
दिल्ली में कोरोना के करीब 6.50 लाख मामले का चुके हैं। इनमें से अधिकतर मरीजों में बुखार, सांस लेने में दिक्कत, सूखी खांसी जैसे लक्षण दिखे हैं। करीब 30 फ़ीसदी मरीजों में गंध न सूंघ पाना और खाने का स्वाद न महसूस कर पाना भी लक्षण मिले है।
राजीव गांधी सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल के एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में जो मरीज भर्ती हुए हैं, उनमें से 70 फीसदी में पेट में दर्द, उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण देखे गए हैं।
पिछले एक साल में ऐसा पहली बार है जब कोरोना पीड़ितों में यह परेशानी देखी जा रही है। इनमे से अधिकतर मरीज गंभीर हालत वाले हैं। साथ ही पुरानी बीमारी से भी पीड़ित हैं।
डॉक्टर ने बताया कि हो सकता है कि यह मरीज कोरोना के नए स्ट्रेन( दक्षिण अफ्रीका) से पीड़ित हो, और इसी के चलते इनमें नए लक्षण आ गए हो। इसी बात का पता लगाने के लिए मरीजों के सैंपल जीनोम जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
अस्पताल में भर्ती होने वाले इन मरीजों को कभी मधनमेह की शिकायत नहीं थी, लेकिन भर्ती होने के दौरान जांच करने पर इन संक्रमितों की शरीर में मधुमेह का स्तर 400 से अधिक पाया गया है।