दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पहुंचे हैं। वह लोगों को दिल्ली से बाहर न जाने के लिए समझा रहे हैं। उनका कहना है कि आप लोग दिल्ली में ही रहें, आपको किसी चीज की कमी नहीं होने देंगे।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पलायन कर रहे लोगों के लिए एलान किया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बसेरा बनाया जाएगा। यहां लोगों के लिए खाने का भी इंतजाम होगा।
मनीष सिसोदिया ने लोगों से वापस न जाने की अपील की है लेकिन ये भी बताया कि दिल्ली सरकार ने 100 बसें और यूपी सरकार ने वापस जा रहे लोगों के लिए 200 बसों का इंतजाम किया है।
मनीष सिसोदिया बोले दिल्ली सरकार की करीब 100 और उत्तर प्रदेश सरकार की करीब 200 बसें दिल्ली से पैदल जाने की कोशिश कर रहे लोगों को लेकर जा रही है। फिर भी सभी से मेरी अपील है कि लॉकडाउन का पालन करें। कोरोना का असर नियंत्रित रखने के लिए यही समाधान है। बाहर निकलने में कोरोना का पूरा खतरा है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पहुंचे हैं। वह लोगों को दिल्ली से बाहर न जाने के लिए समझा रहे हैं।
उनका कहना है कि आप लोग दिल्ली में ही रहें, आपको किसी चीज की कमी नहीं होने देंगे।
दिल्ली के गाजीपुर में पलायन कर रहे लोगों की भीड़ जमा हो गई है। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग सख्त होने के चलते लोग बॉडर पर ही खड़े हैं और अपने घरों की ओर जाने का इंतजार कर रहे हैं।
दिल्ली से लेकर नोएडा, गाजियाबाद आदि क्षेत्रों से आज भी मजदूरों का पलायन जारी है। उनका कहना है कि हमारी कंपनियां फैक्टरियां बंद हो गई हैं तो हमारे पास घर वापस जाने के अलावा क्या उपाय है?
दिल्ली में बांग्ला साहिब गुरुद्वारा के बाहर लोगों ने जरूरतमंदों को खाना बांटा। इसी तरह शहर के कई क्षेत्रों में लोग जरूरतमंदों को खाना बांट रहे हैं। दूसरी तरफ आज भी दिल्ली समेत एनसीआर के तमाम शहरों की सड़कें लॉकडाउन के चलते वीरान पड़ी हैं।
एक ओर जहां लोग कोरोना के कारण सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इसकी धज्जियां उड़ रही हैं। कंपनी, फैक्टरी व काम बंद होने से जिन लोगों की आमदनी का जरिया खत्म हो गया है वह बस अड्डों से बसों में भरकर अपने गांव-शहर लौट रहे हैं।