भोपाल : देश में कोरोना वायरस को मात देने के लिए दो वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी दी जा चुकी है। वहीं दूरी तरफ वैक्सीन को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, जनअधिकार पार्टी के पप्पू यादव और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सवाल उठाए हैं। वहीं एक कांग्रेस विधायक का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद टीका लगाकर लोगों का विश्वास जीतें। इसी बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि वे अभी टीका नहीं लगवाएंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा, ‘मध्यप्रदेश के समस्त जिले कोविड-19 वैक्सिनेशन के लिए तैयार हैं। सभी प्रकार की व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। मैंने निर्णय लिया है कि मैं अभी वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा। मेरी बारी बाद में आनी चाहिए। पहले हम प्रायॉरिटी ग्रुप्स का वैक्सिनेशन सुनिश्चित करेंगे और बाद में मेरा वैक्सिनेशन होगा।’
#WATCH …I have decided that I will not get vaccinated for now, first it should be administered to others. My turn should come afterwards, we have to work to ensure that priority groups are administered with the vaccine: Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan pic.twitter.com/EGbkb70iz2
— ANI (@ANI) January 4, 2021
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा ऐसे समय पर की है जब विपक्ष के नेता लगातार वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ को मंजूरी दिए जाने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर और रमेश जयराम रमेश ने ने वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से जवाब मांगा है।
‘शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा, ‘कोवैक्सीन का अभी तक तीसरे चरण का परीक्षण नहीं हुआ है। स्वीकृति समय से पहले मिली है और यह खतरनाक हो सकती है। डॉ. हर्षवर्धन को स्पष्ट करना चाहिए। पूर्ण परीक्षण समाप्त होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए था। इस दौरान भारत एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साथ अभियान शुरू कर सकता है।’
जयराम रमेश ने भी इसी तरह का सवाल उठाते हुए कहा कि भारत बायोटेक प्रथम श्रेणी का उद्यम है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि तीसरे चरण के परीक्षणों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत प्रोटोकॉल कोवैक्सीन के लिए संशोधित किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को इसे बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए।
सपा अध्यक्ष ने कहा था कि सरकार कोरोना तो तभी मानती है जब विपक्ष का कोई कार्यक्रम हो। प्रदेश में कोविड विपक्ष के खिलाफ सरकार का हथियार बन गया है। सरकार ताली-थाली बजाकर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाकर क्यों कोरोना खत्म नहीं कर देती। कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर उन्होंने कहा कि वह कोरोना का टीका नहीं लगवाएंगे। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा था कि भाजपा का क्या भरोसा, इनकी वैक्सीन पर क्यों विश्वास करें, कोविड-19 की आड़ लेकर भाजपा महंगाई, बेरोजगारी व अन्याय को छिपाएगी।