गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। इंदिरापुरम के वैभव खंड की कृष्णा अप्रा सफायर सोसायटी में एक दंपती और एक अन्य महिला ने सो रहे दो बच्चों की हत्या कर सोसायटी के 8वें फ्लोर से कूदकर आत्महत्या कर ली। दूसरी महिला मृतक की दूसरी पत्नी बताई जा रही है। मरने वाले दोनों बच्चों की उम्र 14 से 18 साल के करीब है। पुलिस सूइसाइड नोट के आधार पर आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी मान रही है।
मंगलवार तड़के यह घटना इंदिरापुरम की कृष्णा अप्रा सोयाटी में घटी। मृतक का नाम गुलशन है और वह जींस कारोबारी बताए जा रहे हैं। खुदकुशी करने वालीं दो महिलाओं के नाम परवीन और संजना है। इसमें परवीन गुलशन की पत्नी, वहीं संजना को उसकी दूसरी पत्नी और कारोबार में सहयोगी बताया जा रहा है। मरने वाले दोनों बच्चों के नाम रितिक और कृतिका हैं। बच्चों के साथ फ्लैट में परिवार का एक खरगोश भी मृत पाया गया।
पुलिस जब फ्लैट में घुसी तो हैरान रह गई। फ्लैट की दीवारों पर सूइसाइड नोट के साथ ही 500 रुपये के नोट भी चिपकाए गए थे। इसके साथ ही दीवारों पर कुछ बाउंस चेक भी चिपके हुए थे। पुलिस के मुताबिक, सूइसाइड नोट में दंपती ने आत्महत्या के लिए अपने साढ़ू को जिम्मेदार ठहराया है। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि उनके भाई और साढ़ू के बीच 2 करोड़ रुपये के लेन-देन का विवाद था, जिसकी वजह से उन्होंने आत्महत्या को अंजाम दिया।
फ्लैट से मिला सूइसाइड नोट सबको सकते में डाल देनेवाला था। इसमें लिखा था कि जो 500 रुपये नोट के साथ हैं वह उन सब के अंतिम क्रिया-कर्म के हैं। आगे लिखा है कि उन सब का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाए यह उनकी अंतिम इच्छा है। सूइसाइड नोट में राकेश वर्मा नाम के शख्स पर आरोप लगाए गए हैं। यह उनका रिश्तेदार है।
जानकारी के मुताबिक, आत्महत्या से पहले दंपती ने अपने सोते हुए 14 साल के बेटे का गला घोंटा और फिर उसका गला चाकू से रेत दिया। इसके बाद बेटी कृतिका की भी हत्या कर दी गई। बेटा रितिक डीएवी स्कूल में 9वीं क्लास में पढ़ता था। वहीं लड़की कृतिका (18 साल) फैशल डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी। कृतिका के दोस्तों ने बताया कि रात में उसका और उनकी मां का फोन बंद था। सुबह पुलिस ने फोन उठाया तो घटना की जानकारी मिली।
पुलिस सूइसाइड नोट के आधार पर इस मामले को आर्थिक तंगी से जुड़ा देख रही है। दरअसल, सूइसाइड नोट में जो कुछ लिखा गया है उससे पुलिस का शक इस ओर है। गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह के मुताबिक, यह मामला आर्थिक तंगी से जुड़ा हो सकता है।