उदयपुर- राजस्थान के इस जिले में अभी भी मध्यकालीन कानून का राज चलता है। आजाद भारत के कानून यहां लागू नहीं होते। तभी तो किसी प्रेमी जोड़े को नंगा कर गांव में घुमाया जाता है। पीटा जाता है। परेड कराई जाती है। उससे पैसे वसूले जाते हैं, तब जा कर कहीं छोड़ा जाता है।
मामला कानोड़ कस्बे के कासोटिया गांव का है। यहां एक प्रेमी जोड़े को घर से भागने के बाद ग्रामीण पकड़ कर ले आये। दो दिनों तक उन्हें नंगा कर बंधक बनाए रखा। इसके बाद युवक-युवती को पूरे गांव में न्यूड घुमाया गया।
सोहन (काल्पनिक नाम) अपनी प्रेमिका को लेकर 17 जून को घर से भाग गया था। उसके बाद ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू की। 20 जून को ग्रामीणों ने इस प्रेमी जोड़े को ढूंढ लिया। उन्हें पकड़ कर गांव ले आए। दोनों को दो दिनों तक नग्न कर बंधक बना रखा गया। इस दौरान दूसरे सभी लोग तमाशबीन बने रहे।
इसकी जानकारी मिलने पर युवक के परिजन कासोटिया पहुंचे, तो उनसे ग्रामीणों ने दो लाख रुपये की मांग की। परिजनों ने 80 हजार रुपये चुकाये और युवक को अपने घर ले गए।
युवती के परिजनों के पहुंचने पर ग्रामीणों ने उन्हें भी कमरे में बंद कर दिया। युवती के भाई के ग्रामीणों की कैद से छूटने के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
प्रेमी जोड़े को नग्न कर बंधक बनाने के मामले में अब पुलिस ने पूरे गांव को अपने घेरे में ले लिया है। सुबह से ही पुलिस के आला अधिकारी गांव में हैं। इस मामले में अब तक 10 पुरुष और 3 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रेमी और प्रेमिका पहले से शादीशुदा थे, इस बात को लेकर लोगों में रोष बढ़ गया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला का भाई अपनी बहन को छुड़वाने के लिये पहुंचा। ग्रामीणों ने महिला के भाई और परिवार के लोगों के पहुंचने पर उनके साथ भी जमकर हाथा पाई की और लगभग दो किलोमीटर तक दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
ग्रामीणों ने महिला के परिजनों को भी बंधक बनाकर रखा। जैसे ही महिला का भाई ग्रामीणों के कब्जे से छूटा उसने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी वहीं इसके साथ ही प्रेमी युगल को बंधक बनाने के कुछ सनसनीखेज फोटो व्हाट्स एप पर वायरल हो गये हैं।
इन फोटो के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया और भारी तादाद में जाब्ता मौके पर पहुंचा। पुलिस ने सबसे पहले 13 लोगों को गिरफ्तार किया। उदपयुर पुलिस के मुखिया आरपी गोयल ने कहा कि दोनों पक्षों में से लिखित रिपोर्ट देने को कोई तैयार नहीं है। ऐसे में अब पुलिस व्हाट्स एप फोटो के आधार पर मामला दर्ज कर जांच कर रही है।