सूरत : आसाराम बापू के पुत्र नारायण साँई सहित दस अभियुक्तों के खिलाफ मंगलवार को अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश एच.एस.मुलिया की कोर्ट में साधिका से काठीत दुष्कर्म के मामले मे आरोप तय किए गए मंगलवार सुबह ग्यारह बजे लाजपोर जेल में कैद नारायण साई व हनुमान उर्फ कौशल ठाकुर को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, इससे पहले 4 बार किसी न कीसी कारण से आरोप तय की कार्यवाही टल गई थी ।
अभियुक्त धर्मिष्ठा उर्फ गंगा, भावना उर्फ जमुना, रमेश मल्होत्रा, पंकज देवरा, मोहित भोजवाणी, मोनिका अग्रवाल, अजय दीवान व नेहा दीवान भी कोर्ट में हाजिर हुए हालाकी ये सब जमानत पर थे अभियोजन पक्ष ने नारायण साई समेत सभी दस अभियुक्तों के खिलाफ आरोप तय किए, उसके बाद कोर्ट की ओर से पूछने पर सभी अभियुक्तों ने उनके खिलाफ लगे आरोपों को मानने से इनकार कर दिया था
आरोप तय हो गए है अब इस केस की अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी होने गौरतलब है कि वर्ष 2013 में सूरत की साधिका ने नारायण साई, करीबी साधक हनुमान उर्फ कौशल ठाकुर, गंगा-जमुना व गंभोई आश्रम की आठ सेविकाओं को नामजद करते हुए सूरत के जहांगीरपुरा थाने में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी , करीब डेढ़ महीने बाद नारायण साई चंडीगढ़-हरियाणा सीमा से पुलिस के हाथ चढ़ा था।
जब प्राथमिकी में नामजद अभियुक्तों के अलावा अन्य अभियुक्तों की लिप्तता सामने आने पर पुलिस ने 34 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी इनमें से दस के खिलाफ मंगलवार को आरोप तय किए गए थे और कोर्ट ने अन्य 24 अभियुक्तों के खिलाफ अलग से ट्रायल चलाने का आदेश दिया है । रिपोर्ट – तुलसी भाई पटेल