पटना- भगवान बजरंगबली को नोटिस जारी करने का मामला सामने आने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मंदिर पहुंच गए। इस नोटिस में उनसे प्रार्थना की गई कि वे सड़क से अपना मंदिर हटा लें ! जीहां बेगूसराय डिस्ट्रिक्ट के एक सर्कल अफसर (सीओ) ने भगवान हनुमान को ही नोटिस जारी लिखा है कि आपके मंदिर के कारण सड़क से आने-जाने वाले लोगों को दिक्कत आ रही है। ऐसे में आप अपना मंदिर हटा लें।
नोटिस की खबर सुनकर बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मंदिर पहुंच गए। उन्होंने और आसपास के लोगों ने नोटिस के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। कार्यकर्ताओं ने किसी भी कीमत पर मंदिर नहीं हटने की चेतावनी दी है। बता दें कि भगवान हनुमान का यह मंदिर लोहिया नगर में है। हालांकि मामला बढ़ता देख सीओ को माफी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि किसकी गलती से हनुमान मंदिर को नोटिस भेजा गया।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही भगवान राम के खिलाफ बिहार में ही केस दर्ज किया गया था। इस संबंध में भगवान राम द्वारा मां जानकी के परित्याग के मामले में दंडित करने की मांग की गई थी। इस सीतामढ़ी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने वकील चंदन सिंह से पूछा था कि आखिर त्रेता युग के मामले में गवाही कौन देगा और सजा किसे दी जाएगी। वकील चंदन ने अदालत में कहा था मैंने माता सीता को न्याय दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है और मैं अदालत से सीता जी के लिए न्याय की भीख मांगता हूं। मैंने अपनी याचिका में रामायण की घटनाओं का विवरण लिया है।