जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वैक्सीन के ड्राई रन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत अभी भी वैक्सीन ड्राई रन कराने के चरण में क्यों है जबकि आपातकालीन-उपयोग की मंजूरी पहले ही दो टीकों को दी जा चुकी है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम अभी भी मॉक ड्रिल क्यों कर रहे हैं? टीकों को चार दिन से अधिक समय पहले आपातकालीन स्वीकृति दी गई थी। कई अन्य देशों ने आपातकालीन स्वीकृति देने के कुछ घंटों के भीतर पहली खुराक का प्रबंध करना शुरू कर दिया है। बता दें कि दूसरी मॉक ड्रिल शुक्रवार को 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 736 जिलों में आयोजित की गई थी।
उधर, जम्मू-कश्मीर में कोविड वैक्सीन को लेकर युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। दूसरे चरण में शुक्रवार को शहर के प्रमुख जच्चा बच्चा अस्पताल एसएमजीएस समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों के चिकित्सा केंद्रों में कोविड वैक्सीन का सफल ड्राई रन किया गया। इसमें प्रत्येक केंद्र में 25-25 फ्रंटलाइन वर्कर्स चिकित्सा कर्मियों को डमी वैक्सीन दी गई। कोविड वैक्सीन के अगले हफ्ते आने की उम्मीद है।
जिला जम्मू में एसएमजीएस के अलावा सामुदायिक चिकित्सा केंद्र खौड़, उपजिला अस्पताल आरएस पुरा में कोविड वैक्सीन का ड्राई रन (मॉक ड्रिल) किया गया। प्रत्येक केंद्र में तीन-तीन कमरे बनाए गए थे। इसमें सबसे पहले लाभार्थी चिकित्सा कर्मी को वेटिंग रूम में बिठाया गया। उसके बाद उन्हें वैक्सीन रूम में भेजा गया, जिसमें कोविन पर आई उनकी जानकारी की जांच करके उन्हें डमी वैक्सीन दी गई। इसके बाद उन्हें ऑब्जर्वेशन कमरे में तीस मिनट तक रखा गया। ऑब्जर्वेशन कमरे में वैक्सीन लेने वाले लाभार्थी की सेहत की निगरानी की जाएगी। इसमें उन्हें सांस लेने में तकलीफ, खारिश, सूजन आदि की शारीरिक समस्या होने पर तत्काल डॉक्टर या अन्य चिकित्सा कर्मी द्वारा उचित चिकित्सा मुहैया करवाई जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जम्मू डॉ. जेपी सिंह ने बताया कि जिले में दूसरे चरण में सफल ड्राई रन किया गया है। जिले में कोविड वैक्सीन की तैयारियां तेज की गई हैं। इसके लिए संबंधित चिकित्सा स्टाफ को प्रशिक्षित देने के साथ टीमों का गठन किया जा रहा है। जिसमें नियमों के तहत वैक्सीन पहुंचाने और लाभार्थी कर्मियों को वैक्सीन देने की प्रक्रिया की जाएगी। कोविन एप के माध्यम से सभी चरण में लाभार्थी को उसके मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से वैक्सीन के दिन, समय और स्थान के बारे में जानकारी दी जाएगी।