अमेठी: भ्रष्टाचार का घुन तो पूरे सरकारी सिस्टम में लगा है, जिससे विकास रूपी हर योजना का बंटाधार है। लेकिन यहां सरकार की विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार करने वालों ने अन्त्येष्टि स्थल (श्मशान घाट ) को भी इससे अछूता नहीं रहने दिया, नतीजा ये है कि महज साल भर पहले 13 लाख की लागत से बना अन्त्येष्टि स्थल 13 साल भी नहीं चल सका बल्कि खंडहर में तबदील हो गया है। मामला अमेठी के संग्रामपुर ब्लाक से जुड़ा है।
पंचायती राज विभाग ने वर्ष 2015-16 में अन्त्येष्टि स्थल का निर्माण प्रदेश के अन्दर सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार ने किस कद्र पैर पसार डालें है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि अमेठी तहसील के संग्रामपुर ब्लाक के गोरखापुर गांव में एक साल पहले तैयार हुआ अंत्योष्टि स्थल खंडहर में बदल चुका है। जानकारी के अनुसार पूर्व की सपा सरकार में यहां पंचायती राज विभाग ने वर्ष 2015-16 में अन्त्येष्टि स्थल का निर्माण कराया था। सरकार की मंशा थी कि अन्त्येष्टि स्थल बनाकर गांव वालों को लाभ पहुंचाया जा सके ताकि उनको अपने मृत परिजनों के अंतिम संस्कार करने में कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसके लिए सरकारी खज़ाने से एक दो नहीं बल्कि करीब 13 लाख की लागत लगाई गई, और एक साल पहले अंत्येष्टि स्थल बनकर तैयार हो गया था। लेकिन वर्तमान में आलम ये है कि भ्रष्ट्राचार के चलते इस जगह पर अंत्येष्टि स्थल तो नहीं है, हां खंडहर अवश्य मौजूद है।
ग्रामीणों ने लगाया सरकारी धन के बंदरबांट का आरोप
इस संदर्भ में ग्रामीण अशोक पांडेय, विपिन शुक्ल समेत अन्य ग्रामीणों ने खुले शब्दों में कहा है कि ग्राम प्रधान और ठेकेदार की मिली भगत से अंत्येष्टि स्थल निर्माण में जमकर सरकारी धन का बंदरबांट हुआ है।यही नहीं ग्रामीण तो यहां तक कहते हैं कि अंत्येष्टि स्थल निर्माण में घटिया सामानों का उपयोग हुआ जिसके चलते ये गिर गया।
प्रधान ने की थी ब्लाक पर शिकायत
वहीं वर्तमान ग्राम प्रधान रामलाल वर्मा का आरोप है कि पूर्व प्रधान द्वारा कराए गए घटिया निर्माण कार्य की वजह से आज इसकी ऐसी हालात हो गयी है। वर्तमान ग्राम प्रधान द्वारा ब्लाक में इसकी शिकायत भी की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीहुई है।
जांच कराकर दर्ज कराएगे एफआईआर
उधर इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी सूर्य नारायण यादव ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है।इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट@राम मिश्रा