खंडवा – मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में आने वाले किल्लौद ब्लॉक में इन दिनों ग्रामीण दशहत में जी रहे है दरसअल यहाँ पिछले 15 में 10 से अधिक लोग गायब हो गए है जिसमे एक पूरा परिवार है खबर के अनुसार अब तक इंद्रिरा सागर के बैक वाटर में मछली पकड़ने का काम करने वाले एक ही परिवार के 10 सदस्यों सहित 11 लोग अचानक लापता हो गए। परिजन व ग्रामीण इसे लेकर आशंकित हैं। परिजन ने बैक वाटर के अन्य मछली पाइंट पर ढूंढा लेकिन कहीं पता नहीं चल सका।
करीब सप्ताह भर पहले किल्लौद पुलिस को भी सूचना दी लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। घटना ब्लाक के ग्राम कुंडिया की है। लापता परिवार में छगनलाल पिता भाईलाल कोरकू (45), पत्नी अनीता बाई (40), पुत्र संदीप (10), सात बेटियां पूजा (20), कीर्ति (12), शिवानी (13), समोती (8), सुधा (14), खुशी (6) शामिल हैं। पूजा के साथ उसका तीन माह का बच्चा भी है। जानकारी के अनुसार दो सप्ताह पहले ग्राम का आदिवासी युवक सोनू पिता बोंदर कोरकू (25 वर्ष) गांव के समीप जंगल में गाय चराने गया था। तभी से वह भी घर वापस नहीं लौटा।
छगनलाल के भाई जगन्नाथ ने बताया 15 अगस्त के बाद मछली पकड़ने पर प्रतिबंध खुलने के बाद से ही उसका भाई परिवार के साथ कुकढाल पाइंट पर रहकर मछली पकड़ने का कार्य कर रहा था। छगनलाल के परिवार ने 11 अक्टूबर के अंतिम बार कुकढाल पाइंट पर मछली तुलाई थी। इसके बाद से वह परिवार सहित लापता है। दुर्घटना की आशंका के चलते सभी मछली पाइंट पर पता कर चुका हूं लेकिन कोई जानकारी नहीं लगी। छगनलाल के बड़े भाई मदनलाल जो मत्स्य संघ समिति अध्यक्ष भी हैं ने किल्लौद थाने में अपने भाई के परिवार सहित लापता होने की शिकायत दर्ज कराई है, परंतु पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।
गायब सोनू की वृद्ध मां नर्मदी बाई ने कहा उसके बेटे का छगनलाल के घर आना-जाना लगा रहता था। छगनलाल के परिवार के लापता होने से चार दिन पहले ही सोनू लापता हो गया था। नर्मदी बाई ने भी किल्लौद पुलिस को सोनू के लापता होने की सूचना दी लेकिन पुिलस ने अब तक तलाश शुरू नहीं की है। ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं चल पड़ी हैं।