बिहार के औरंगाबाद में रामनवमी के जुलूस के दौरान भड़की हिंसा को काबू में करने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। वहां तैनात सुरक्षा बलों को दंगा फैलाने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है।
कैसे भड़की सांप्रदायिक हिंसा?
बिहार के औरंगाबाद में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो संप्रदायों के बीच भारी झड़प हो गई। इस दौरान एक संप्रदाय के पत्थरबाजी करने के बाद दूसरे संप्रदाय के लोगों ने दुकानों में आग लगा दी।
ये हालात रामनवमी के जुलूस के दौरान तब पैदा हुए जब जय श्री राम के नारों के साथ शोभायात्रा निकल रही थी।
तभी दूसरे संप्रदाय की ओर से दी गई प्रतिक्रिया के बाद दोनों पक्ष भिड़ गए। हालात बेकाबू होते देख मौके पर पुलिस बल पहुंचा। जैसे तैसे दोनों संप्रदायों पर नियंत्रण किया गया। फिलहाल शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।
साथ ही भारी संख्या में पुलिस भी तैनात कर दी गई है। इस दौरान करीब आधा दर्जन दुकानों को आग लगा दी गई। जैसे तैसे आग पर भी काबू पाया गया।