लखीमपुर खीरी– यूपी में चुनावों के बीच लखीमपुर खीरी में दो समुदाय के लोगों के बीच तनाव के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। लखनऊ से करीब सवा सौ किलोमीटर दूर लखीमपुर खीरी में ये बवाल व्हाट्सएप पर एक वीडियो को लेकर मचा है। आरोप है कि वीडियो में एक धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक बातें कही गईं हैं।
वीडियो बारहवीं के एक छात्र ने बनाया था, जिसे पहले ही स्कूल से निकाल दिया गया था। इस वीडियो को लेकर गुरुवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और शाम होते-होते हालात बिगाड़ गए। शाम को गोली चली, जिसमें दो युवक जख़्मी हो गए। इसके बाद पूरे शहर में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाई और कर्फ्यू लगा दिया गया।
पुलिस ने इस मामले में भाजपा नेता विनोद गुप्ता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर भीड़ को भड़काने, तोड़फोड़ करवाने का आरोप है। पुलिस इस मामले में और भी लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से शहर में रूटमार्च भी निकाला। हालात जल्द सामान्य हो सके इसलिए पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है।
बता दें कि एक दिन पहले धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार को लखीमपुर में बवाल होने रात साढ़े नौ बजे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। वीडियो वायरल करने के मुख्य आरोपी समेत दो आरोपियों को दोपहर में चुपचाप जेल भेजे जाने से भड़के दूसरे समुदाय के लोग रात में सड़क पर उतर आए और शहर में जगह-जगह तोड़फोड़ की। इस दौरान गोली चलने से दो लोगों के घायल होने की घटना हो गई, इसे देखते हुए ही डीएम ने एहतियातन कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया।
खुर्जा के पहासू के बाद लखीमपुर खीरी में भी बुधवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करके बहुसंख्यक समुदाय को निशाना बनाकर बेहद अश्लील और अभद्र टिप्पणी की गई थीं। मामले में एसपी मनोज कुमार झा के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने बुधवार की रात को ही मुख्य अभियुक्त महाराजनगर के रहने वाले माज अहमद को उसके घर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में माज अहमद ने खुलासा किया कि करीब 10 दिन पहले उसने अपने मकान में किराए पर रहने वाले आरिफ और फैजल के साथ यह वीडियो शूट किया था। आरिफ ईसानगर थाना क्षेत्र के खमरिया और फैसल धौरहरा का रहने वाला है। माज अहमद कक्षा 12 का छात्र है, आरिफ और फैसल भी पढ़ाई कर रहे हैं।
माज अहमद से जानकारियां मिलने के बाद पुलिस ने आरिफ को भी गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों के खिलाफ आईटी एक्ट की धाराओं और 295 क, 153 (बी) आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को पुलिस ने कोतवाली के बजाय गुप्त स्थान पर रखा, जिसके बाद गुरुवार को दोपहर बाद कोतवाली पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को कोर्ट न ले जाकर सीधे जेल भेज दिया। इस दौरान हिंदू संगठनों ने अभियुक्तों को सामने लाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया।
फिर शाम को गुस्से में लोगों ने बाजार बंद करा दिया और आरोपियों पर रासुका लगाने की मांग करने लगे। देखते ही देखते शहर की खपरैला बाजार, कोतवाली के सामने, मेन रोड, अस्पताल रोड सहित सभी बाजारों के शटर धड़धड़ाकर गिर गए। लोग सड़कों पर आ गए। एहतियातन कई थानों का फोर्स बुला लिया गया। एसपी मनोज कुमार झा खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालते हुए फोर्स के साथ पैदल मार्च किया। उन्होंने माइक से लोगों को समझाया और रासुका लगाने का आश्वासन दिया। कुछ देर तो शांति दिखी, मगर फिर नारेबाजी करते हुए लोग सड़कों पर उतर आए। रोडवेज बस अड्डा रोड, मेन रोड और खपरैला बाजार में रेमंड व अन्य कई प्रमुख कंपनियों के शोरूम में तोड़फोड़ कर दी। दो मोटर साइकिलों में भी आग लगा दी गई।
इसी दौरान गोलियां भी चलीं। गोली लगने से राजापुर निवासी रविशंकर और बदलदेवनगर निवासी सचिन गुप्ता घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। उन्हें 12 बोर की गोलियां लगनी बताई गई है। रविशंकर के सीने पर छर्रे लगे, जबकि सचिन के हाथ में। रविशंकर को लखनऊ रेफर कर दिया गया। इस बीच बड़ी संख्या में लोग कोतवाली पर इकट्ठे हो गए। माहौल बिगड़ता देखकर डीएम ने कर्फ्यू लगा दिया। साढ़े नौ बजे माइक से कर्फ्यू का एलान किया गया।
इस बीच डीएम ने शुक्रवार को एहतियातन जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। यह घोषणा कर्फ्यू लगने से आधा घंटे पहले ही कर दी गई थी। जिलाधिकारी, आकाशदीप ने बताया कि लगातार बवाल होता देखकर अग्रिम आदेश तक कर्फ्यू लगाया गया। शुक्रवार शाम तक रहने वाली स्थिति को देखकर आगे का निर्णय लिया जाएगा। [एजेंसी]