नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश के दादरी के बिसहाड़ा गांव में 29 सितंबर को हुई हिंसा के मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक विशाल बीजेपी नेता संजय राणा का बेटा है। पुलिस के हत्थे चढ़ा दूसरा आरोपी शिवम है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने बीफ खाने की अफवाह के बाद भीड़ को उकसाकर मोहम्मद अखलाक नाम के शख्स की हत्या करवाई थी।
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को यूपी के दादरी इलाके में मौजूद बिसहाड़ा गांव पहुंचे। यहां उन्होंने 29 सितंबर को बीफ खाने की अफवाह फैलने के बाद भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मारे गए अखलाक की फैमिली से मुलाकात की।
इससे पहले शनिवार की सुबह पुलिस ने ग्रामीणों के विरोध के बाद केजरीवाल के काफिले को गांव के बाहर ही रोक दिया था। पुलिस ने आप के नेताओं को एनटीपीसी के गेस्ट हाउस में भेज दिया था। हालांकि, बाद में केजरीवाल को अखलाक के परिजनों से मिलने की इजाजत दे दी गई। जहां गांव में उन्होंने अखलाक के परिजनों से मुलाकात की।
इस बीच, लालू प्रसाद ने पूछा है- क्या हिंदू बीफ नहीं खाता? बता दें कि ग्रेटर नोएडा के बिसोहड़ा गांव में 50 साल के अखलाक के घर में बीफ रखे होने की अफवाह के बाद भीड़ ने पीट-पीट कर उनकी हत्या कर दी थी।
आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने कहा कि किसी भी तरह का मीट खाने से कई बीमारियां होती हैं। दादरी की घटना पर लालू ने कहा, ”लोगों को मांस खाने से बचना चाहिए। कई हिंदू तो भी बीफ खाते हैं। लालू के इस बयान पर विवाद हो गया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि बीफ से मेरा मतलब गोमांस नहीं था।
दादरी में अखलाक के गांव न जाने देने पर केजरीवाल ने नाराजगी जताई है। केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा है, हमें पुलिस ने बाहर ही क्यों रोक दिया ? महेश शर्मा और औवेसी को क्यों जाने दिया गया, मैं शांति का समर्थक हूं और सिर्फ अखलाक के परिजनों से मिलना चाहता था।
आप नेता आशुतोष ने कहा, ”देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी यहां आना चाहिए। पीएम को पीड़ित फैमिली से मिलकर आंसू पोछना चाहिए। वे देश के लोगों को यह भरोसा दिलाएं कि अब कहीं भी किसी को भी अखलाक की तरह निशाना नहीं बनाया जाएगा। यहां के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।